-व्यापारी संगठनों के पहल पर लॉकडाउन में बेवजह घरों से न निकलने की अपील,सड़कों पर पसरा सन्नाटा
वाराणसी, 17 अप्रैल। बेकाबू हो चले कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और इसकी चेन तोड़ने के लिए शनिवार से शुरू दो दिवसीय लॉकडाउन (बंदी) को लेकर पूर्वाह्न में ही पुलिस फोर्स के साथ अफसर सड़क पर उतर आये। अफसरों ने सड़कों पर आने-जाने वाले वाहन चालकों को रोककर पूछताछ के बाद गतंत्व पर जाने को कहा।
सड़कों पर बेवजह घुम रहे लोगों को फटकारने के बाद अफसरों ने उन्हें चेतावनी देकर उनके घरों को भेज दिया। डीसीपी वरुणा पार विक्रांत वीर, एसीपी अभिमन्यु मांगलिक, इंस्पेक्टर कैन्ट राकेश सिंह, नदेसर चौकी प्रभारी मय फोर्स मिंट हाउस से घौसाबाद तक पैदल गश्त करते रहे। पुलिस अफसरों ने अनावश्यक घरों के बाहर बिना मास्क निकलने वालों को रोक कर चेतावनी दी। कोरोना के भयावहता को बता अनावश्यक घरों से न निकलने की हिदायत भी दी। बंदी के चलते सड़कों पर कई जगह सन्नाटा भी दिखा।
बताते चले, वाराणसी में कोरोना संक्रमण के उफान को देख जिला प्रशासन के पहल पर व्यापारी संगठनों ने शनिवार और रविवार को स्वत%3A लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है।कोरोना का चेन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने भी रविवार को पूरे प्रदेश में लॉकडाउन घोषित किया है। माना जा रहा है कि 'जान है तो जहान है' के संकल्प को साकार करने के लिए लोग घरों में दो दिन रहेंगे। इससे कोरोना की चेन तोड़ने में सफलता मिलेगी।
कोरोना संक्रमण के फैलाव पर लगाम लगाने के लिए वाराणसी को हर शनिवार व रविवार को बंद रखने का निर्णय जिला प्रशासन ने व्यापारियों व उद्यमियों की सहमति के बाद लिया है। बंदी से सरकारी दफ्तर, बैंक, एलआईसी व डाकघर को मुक्त रखा गया है।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के अनुसार यह आदेश 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। बंदी के दौरान आवश्यक सामानों वाली दुकानें सुबह सात से 10 बजे तक (कोरोना कर्फ्यू सुबह समाप्त होने के बाद) खोली जाएंगी। रेल, बस व हवाई जहाज के यात्री टिकट दिखाकर आवागमन कर सकते हैं। आदेश का उल्लंघन करते हुए कोई पाया गया तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पिछली बार लॉक डाउन से कोरोना की चेन तोड़ने में बड़ी सफलता मिली थी।
Posted On:Saturday, April 17, 2021