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जल स्तर के घटने के बाद तटीय क्षेत्रों में जमें सिल्ट वह ठहरे पानी का जोरो शोरो में किया जा रहा है निस्तारण।

वाराणसी। जिले में बढ़ा हुआ गंगा जलस्तर निरन्तर घटता जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार बुधवार की सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 66.61मीटर दर्ज किया गया। जो कि सामान्य बिंदु से महज कुछ मीटर ही ऊपर है। गंगा के तटीय इलाकों से बाढ़ का जल तो निकल चुका है पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में जगह-जगह गड्ढों और खाली मैदानों में अब भी जल भरा हुआ है तो वहीं जल के साथ आने वाली सील्ट भी मौजूद है।

मैदानों और क्षेत्रीय इलाकों में ठहरा हुआ यह पानी और जमे हुए मलबे, कचरें आदि से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के पनपने का अंदेशा है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए नगर निगम के कर्मचारी लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में सफाई का काम कर रहे हैं। जमे हुए पानी पर डेंगू से बचाव के लिए एन्टी लार्वा तथा सड़क के किनारों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव व सिल्ट आदि का समुचित निस्तारण किया जा रहा है।

मारुति नगर में जोरो शोरो में हो रही सफाई%3A-
वाराणसी के सामने घाट इलाके में आने वाले मारुति नगर का क्षेत्रीय इलाका पूरी तरह से जलमग्न हो चुका था।जिस कारण वर्तमान समय में जगह-जगह पानी एकत्रित है। बाढ़ के जल में आये सिल्ट व कूड़े आदि मलबे का अंबार पड़ा है जिसे नगर निगम के खाद्य एवं सफाई निरीक्षक डॉ विनयानंदन द्विवेदी के नेतृत्व में नगर निगम के विभिन्न कर्मचारियों द्वारा इलाके की संपूर्ण सफाई व कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। हमसे हुई बातचीत में डॉ विनय नंदन द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम की 20 से 25 टीम विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों में सफाई व सैनिटाइजेशन का काम कर रही है। तो वही मारुति नगर में 12 से 15 कर्मचारियों की टीम लगातार सफाई के काम में लगी हुई है।

घाटों पर सिल्ट हटाने का काम भी है जारी%3A-
वाराणसी के घाटों पर बाढ़ का सबसे भयंकर प्रकोप छाया था। जलस्तर कम होने के बाद घाटों की सीढ़ियों समेत आसपास के गलियों में सिल्ट आदि मलबा जमा हुआ है, जिसे नगर निगम की टीम द्वारा मोटर पंप के सहायता से हटाया जा रहा है। नगर निगम के साथ-साथ विभिन्न कमेटियों के सदस्य व क्षेत्रीय निवासी भी मलबे को हटाने के काम में जोरों शोरों से लगे हुए हैं।

गौरतलब बात यह है कि गंगा में 3 से 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हो रहे घटाव के कारण जल्द ही गंगा अपने सामान्य स्थिति में लौट आएगी। जिसके बाद घाटों की सफाई कर संपूर्ण मलबे को हटा दिया जाएगा और घाट समेत तटीय इलाकों का जनजीवन पुनः सामान्य हो जाएगा।


Posted On:Thursday, August 19, 2021


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