नई दिल्ली, 11 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) संसद के बजट सत्र की समाप्ति पर आज शुक्रवार 11 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में अपना समापन संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि 7-8 साल पहले जीडीपी का आकार 1.1 लाख करोड़ रुपए था। अब यह 2.32 लाख करोड़ रुपए है। 2013-14 में निर्यात 2.85 लाख करोड़ रुपए था, आज यह 4.7 लाख करोड़ रुपए है। 2013-14 में विदेशी मुद्रा 275 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी, अब यह 630 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में अपने समापन संबोधन में आगे कहा कि 7-8 साल पहले देश में एफडीआई प्रवाह 36 अरब अमेरिकी डॉलर था, अब यह 80 अरब अमेरिकी डॉलर है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में अपने समापन संबोधन में कहा कि उस समय (बीजेपी से पहले UPA सरकार में) में केवल 2.12 लाख करोड़ रुपए की कमी के कारण सीपीआई मुद्रास्फीति 9.1% थी। वैश्विक वित्तीय संकट ने हम पर प्रहार किया। फिर कोरोना महामारी ने हमपे प्रहार किया। लेकिन इस बार जब महामारी ने हम पर प्रहार किया, तो सकल घरेलू उत्पाद का नुकसान 9.57% था और मुद्रास्फीति का हमारा प्रबंधन ऐसा था कि यह केवल 6.2% था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अपनी सरकार के बजट से संबंधित प्रश्नों के उत्तर में कहा कि भारत की कृषि में सुधार और आधुनिकीकरण के लिए एक उपकरण के रूप में या एक बहुत ही प्रभावी उपकरण के रूप में ड्रोन लाना। जब आप ड्रोन लाते हैं, तो उसके कई रूपांतर होते हैं। ड्रोन लाकर, हम उर्वरकों, कीटनाशकों के उपयोग में दक्षता लाने में सक्षम हैं और फसल घनत्व का एक अच्छा प्रौद्योगिकी-संचालित मूल्यांकन भी कर सकते हैं और संभवतः उत्पादन के आकार की भविष्यवाणी भी कर सकते हैं।
राज्यसभा में एफएम निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि आने वाले 25 साल भारत के लिए अहम होने वाले हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि हम इसे अमृत काल कह रहे हैं। यदि हमारे पास 100 पर भारत के लिए कोई विजन नहीं है, तो हम पहले 70 वर्षों की तरह ही भुगतेंगे, जब 65 वर्ष कांग्रेस के साथ थे, जिसमें एक परिवार को समर्थन, निर्माण और लाभ के अलावा कोई दृष्टि नहीं थी।
उन्होंने आगे कहा कि विकास प्राप्त करने के लिए, हम एक आधुनिक भारत के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण में सार्वजनिक व्यय करना चाहते थे। हमने आगामी 25 वर्षों में निर्मित होने वाले बुनियादी ढांचे के सहकार्यात्मक परिणाम को अधिकतम करने के बारे में सोचा।
राज्यसभा में एफएम निर्मला सीतारमण ने विपक्षी कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मनरेगा उनकी (कांग्रेस) की वजह से एक अधिनियम था, लेकिन मनरेगा का दुरुपयोग भी उनके कारण हुआ; यह भूत खातों (फेक अकाउंट) से प्रभावित था। मनरेगा के दुरुपयोग का पूरा श्रेय ले लो। हम इस योजना का पारदर्शी और सही तरीके से उपयोग करते हैं। ज्ञात हो कि एफएम निर्मला सीतारमण से पूर्व भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसद के संबोधन में कांग्रेस पार्टी पर हमला किया था।