नई दिल्ली’ 29 मई - कोरोना के चलते बिगड़ते हालात के चलते एयरलाइंस ने राहत की मांग की थी। अप्रैल की शुरुआत में ही एविएशन कंपनियों ने मदद के लिए सरकार का दरवाजा खटखटाया था। दरअसल कोरोना महामारी के चलते एयरलाइंस कंपनियों की हालात पहले ही खराब थी, हालात कुछ ठीक होना शुरू हुए ही थी कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से एयरलाइन कंपनियों की हालात और खराब हो गई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइंस कंपनियों की हालात को ध्यान में रखते हुए
सरकार ने हवाई किराए की निचली सीमा (Lower Limit) में 13 से 16 प्रतिशत बढ़ोतरी की है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (civil aviation ministry) के शुक्रवार को जारी आधिकारिक आदेश में ये जानकारी दी गई है। सरकार के इस कदम से एयरलाइन कंपनियों को मदद मिलेगी ।
देश में हवाई उड़ान अवधि के आधार पर हवाई यात्रा किराए की लोअर और अपर लिमिट तय की गई। यह सीमा पिछले साल दो महीने चले लॉकडाउन (Lockdown) के 25 मई को खुलने के समय तय की गई थी । अब हवाई यात्रा किराए में ये बढ़ोतरी एक जून से प्रभाव में आ जाएगी। हवाई किराए की अपर लिमिट को हालांकि, पहले की तरह ही रखा गया है ।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया कि 40 मिनट तक की अवधि की हवाई उड़ान के लिए किराए की निचली सीमा को 2,300 रुपए से बढ़ाकर 2,600 रुपए यानि 13 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। इसी प्रकार 40 मिनट से लेकर 60 मिनट की उड़ान के लिए किराए की निचली सीमा 2,900 रुपए की जगह अब 3,300 रुपये प्रति व्यक्ति होगी।
इसके अलावा 1 जून से 60 से 90, 90 से 120, 120 से 150, 150 से 180 और 180 से 210 मिनट की घरेलू उड़ानों में क्रमश: ₹ 4,000, ₹ 4,700, ₹ 6,100, ₹ 7,400 और ₹ 8,700 की लोअर लिमिट होगी।