मुंबई - 11 जून 2021
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) (M/s Zanmai Labs Pvt Ltd) और इसके डायरेक्टर्स निश्चल शेट्टी और समीर हनुमान म्हात्रे को फेमा कानून के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस 2790.74 करोड़ रुपये मू्ल्य की क्रिप्टोकरेंसीज के लेनदेन के मामले में दिया गया है । ईडी ने आज दिए गए एक बयान में यह जानकारी दी ।
ईडी के मुताबिक चीन की अवैध ऑनलाइन बेटिंग कंपनी के खिलाफ मनी लॉड्रिंग की जांच चल ही है और उसी के आधार पर WazirX और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ फेमा जांच शुरू की गई है। जांच के दौरान पता चला कि ऑनलाइन बेटिंग कंपनी चला रहे चीनियों ने 57 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की लॉड्रिंग की । उन्होंने भारतीय रुपयों को Crypto-currency में बदला और फिर इसे बिनान्स वॉलेट (Binance Wallets) में भेज दिया ।
WazirX पर आरोप है कि उसने क्रिप्टोकरेंसीज में कई तरह के ट्रांजैक्शन की अनुमति दी गयी है । इसमें क्रिप्टोकरेंसीज को भारतीय रुपये में एक्सचेंज करना, क्रिप्टोकरेंसीज का एक्सचेंज और पर्सन टु पर्सन ट्रांजैक्शन शामिल है। साथ ही अपने पूल अकाउंड्स में रखे गई क्रिप्टोकरेंसीज को दूसरे एक्सचेंजेज के वॉलेट में ट्रांसफर और रिसीव किया गया है । यह सब ट्रांजैक्शन करने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं लिए जो Anti Money Laundering (AML), Combating of Financing of Terrorism (CFT) और फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) का उल्लंघन है।
ईडी के मुताबिक WazirX के यूजर्स ने इसके पूल अकाउंट से Binance accounts से 880 करोड़ रुपये मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी रिसीव की और 1400 करोड़ रुपये मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी Binance accounts में ट्रांसफर की इनमें से कोई भी ट्रांजैक्शन ऑडिट या जांच के लिए ब्लॉकचेन पर उपलब्ध नहीं है। यह पाया गया है कि WazirX के क्लायंट प्रॉपर डॉक्युमेंटेशन के बिना किसी भी व्यक्ति को किसी भी देश में क्रिप्टोकरेंसीज ट्रांसफर कर सकते हैं। इस तरह यह मनी लॉड्रिंग और दूसरी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए सुरक्षित पनाहगाह मानी जाती है ।