बरोडा - 7 जून 2021 - जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और बढ़ते प्रदूषण (Pollution) पर अब सरकार कड़े फैसले लेने लगी है। तभी तो एक पूरे शहर में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग पर के पाबंधी लगाई गयी है। यही नहीं, अब कई शहरों में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले मोटर वाहन भी पाबंधियाँ लगाने का फैसला किया गया है । वहां चलेंगे तो सिर्फ और सिर्फ बैटरी से चलने वाले वाहन (E Vehicles)। वह शहर गुजरात का केवडिया (Kevadia) है, जहां सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे उंची प्रतिमा लगी है।
गुजरात (Gujrat) के केवड़िया (Kevadia) को ‘देश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल-ओनली एरिया’ के रूप में विकसित किय जाएगा। वहां केवल ई व्हीकल्स (E vehicles) को आवाजाही की अनुमति होगी। विश्व पर्यावरण दिवस पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुजरात के आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के केवड़िया क्षेत्र को देश का पहली इलेक्ट्रिक वाहन शहर (Only Electric Vehicle City) बनाने की घोषणा की थी।
गुजरात का केवडिया इलाका ‘स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी’ के रूप में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर लम्बी मूर्ति के लिए ही नहीं बल्कि देश के ऐसे पहले शहर के रुप में भी जाना जायेगा, जहां केवल इलेक्ट्रिक वाहन चलेंगे। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र विकास और पर्यटन संचालन प्राधिकरण ने रविवार को कहा कि वह गुजरात के केवड़िया में ‘देश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल-ओनली एरिया’ विकसित करेगा। वहां केवल इलेक्ट्रिक वाहनों को आवाजाही की अनुमति होगी। विश्व पर्यावरण दिवस पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के केवड़िया क्षेत्र को देश का पहली इलेक्ट्रिक वाहन शहर बनाने की घोषणा की थी।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र विकास और पर्यटन संचालन प्राधिकरण अधिकार में आने वाले इलाके में केवल इलेक्ट्रिक वाहनों को आवाजही की अनुमति होगी। पर्यटकों को भी डीजल की जगह बैटरी वाली बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। स्थानीय निवासियों को तीन पहिया ई-वाहन खरीदने के लिए सहायता प्रदान की जाएगी ।