मुंबई - 7 जून 2021 - कंज्यूमर गुड्स, विशेषकर बेवरेजेस (Beverages) और स्नैक्स (Snacks) पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce) पर और सुपरमार्केट्स (Supermarkets) में भारी डिस्काउंट दिया जा रहा है। इसकी वजह है कि कंपनियां पिछले दो माह से भरे पड़े स्टॉक को खाली करना चाहती हैं। कोविड 19 की दूसरी लहर (Covid-19 Second Wave) की वजह से लगे स्थानीय लॉकडाउन्स के चलते बिक्री में भारी गिरावट आई और स्टॉक धरा का धरा रह गया। इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्स के मुताबिक, कई प्रॉडक्ट तो ऐसे हैं जो ऑनलाइन अपनी कीमत से एक तिहाई कीमत पर बिक रहे हैं।
सबसे ज्यादा गिरावट बेवरेजेस और स्नैक कैटेगरी में है। पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च' 21 में बेवरेज और स्नैक कंपनियों ने बिक्री में अच्छी रिकवरी देखी। गर्मियों में भी अच्छी बिक्री की उम्मीद रखते हुए उन्होंने अपने स्टॉक को फुल कर लिया। लेकिन कोविड19 की दूसरी लहर के चलते अप्रैल के आधा बीतते-बीतते कई राज्यों ने स्थानीय लॉकडाउन (Lockdown) घोषित कर दिया जिसकी सीधी असर सेल्स पर पर हुई।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे बिगबास्केट (BigBasket), जियोमार्ट (JioMart), अमेजन (Amazon), ग्रोफर्स (Grofers) पर एयरेटेड ड्रिंक्स, ज्यूस और दूसरे कोल्ड बेवरेजेस, आलू चिप्स, ब्रिजेस व दूसरे स्नैक्स पर 30-70 फीसदी तक की छूट दे रहे है और यह छूट लोकल फूड एंड ग्रॉसरी रिटेल चेन्स के स्टोर्स में भी मिल रही है।
इंडस्ट्री विशेषज्ञ के अनुमान से अप्रैल और मई में लॉकडाउन की वजह से पैकेज्ड स्नैक्स के मामले में 5000-5500 करोड़ रुपये की बिक्री को नुकसान का अंदाजा है। बेवरेजेस के मामले में 12000-13000 करोड़ रुपये की बिक्री को नुकसान हुआ है। कंपनियों का कहना है कि दिए जा रहे डिस्काउंट तब तक रहेंगे, जब तक पुराना स्टॉक क्लियर नहीं हो जाता ।