मुंबई, 5 अगस्त 2021 तीन चार दिने पहले कई सरकारी बैंको और प्राइवेट बैंको ने लाखों ग्राहकों के करंट अकाउंट के खाते बंध कर दिए थे खास तौर पर अतिरिक्त करंट अकाउंट । बैंको ने यह रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के नए नियमानुसार बंध किये थे। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के नए नियम के मुताबित इस नियम का उद्देश्य यह था कि कैश फ्लो पर नजर रखना और फंड्स की हेराफेरी पर लगाम लगाना है। RBI ने कहा कि उनको बैंको से यह जानकारी मिली है कि कई लोग बैंकों में दुसरे चालू खाते खुलवाकर फंड्स की हेराफेरी कर रहे थे। RBI ने कहा था कि करंट अकाउंट से जुड़े इस नियमों का उद्देश्य कर्जदारों के बीच कर्ज अनुशासन लागू करने के साथ-साथ बैंकों को बेहतर निगरानी की सुविधा देना है। जिसकी वजह से RBI की नई गाइडलाइन्स के मुताबित उन ग्राहकों के खाते बंध करने को कहा गया था।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया समेत कई प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने लाखों चालू खातों को बंद कर दिया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
पिछले कुछ दिनों में RBI को छोटे कारोबारियों से बैंक द्वारा उनके खाते बंद किए जाने की शिकायतें मिली है। बैंक ने यह देखा कि पिछले कुछ दिनों में छोटे कारोबारियों के चालू खाते बंद किये जाने पर उनके कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ रही है । केंद्रीय बैंक ने कहा कि नए नियमों को लागू करने संबंधी मुद्दों को हल करने के लिए उसे बैंकों से कुछ और समय की मांग का आग्रह मिला हैं। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा बैंको की गयी समीक्षा के बाद सेंट्रल बैंक ने इस नियमों को लागू करने की समयसीमा को बढ़ाकर 31 अक्टूबर, 2021 कर दी है ।