वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और वित्तीय समिति की पूर्ण बैठक को संबोधित किया और कहा है कि, चल रही भू-राजनीतिक स्थिति, कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि और सख्त वित्तीय स्थितियों के कारण सीमा पार प्रभाव का मुद्दा हैं । इसके आगे बताया जा रहा है कि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये सब कुछ वाशिंगटन डीसी में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ मुख्यालय में एक बैठक के दौरान कहा और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के कारण प्रमुख नकारात्मक जोखिमों पर चिंता व्यक्त की ।
इसके आगे सीतारमण ने बताया है कि, वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बनी रहेगी । वित्तमंत्री ने आईएमएफ बठैक के दौरान 80 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने और केंद्र की योजनाओं के बारे में बताया । सीतारमण ने खाद्य असुरक्षा को दूर करने में देशों की मदद करने के लिए एक नई फूड शॉक विंडो की हालिया पहल पर आईएमएफ की भी प्रशंसा की ।
बताया जा रहा है कि इस दौरान सीतारमण ने आईएमएफ की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ से भी मुलाकात की और वर्तमान वैश्विक मामलों पर चर्चा की । जिसमें प्रमुख मुद्दे खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, वैश्विक ऋण भेद्यता, जलवायु मामले, डिजिटल संपत्ति और आगामी जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी शामिल हैं।