नई दिल्ली, 30 अप्रैल । पुराने समय से ही सोना को भारतीयों की कमजोरी माना जाता रहा है। कोरोना के संक्रमण काल में जब हर जगह कारोबारी और आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ा है, तब भारत में सोने की मांग और खरीदारी में तेज उछाल आया है। इस साल जनवरी से लेकर मार्च के बीच की 3 महीनों में भारतीय खरीदारों ने 140 टन सोने की खरीद की है। सोने की ये खरीद पिछले साल की इसी अवधि में की गई खरीद की तुलना में 37 फीसदी अधिक है। 2020 के पहले 3 महीनों यानी जनवरी से मार्च के बीच कुल 102 टन सोने की खरीद की गई थी।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्लूजीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण के दौरान सरकार से मिली राहत, कस्टम ड्यूटी में छूट के ऐलान और सोने के दाम में नरमी पड़ने के कारण सोने की खरीद में ये तेजी आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक मूल्य के लिहाज से 2021 की पहली तिमाही में कुल 58,800 करोड़ रुपये का सोना खरीदा गया। सोने का ये खरीद मूल्य पिछले साल की इसी अवधि के दौरान हुए खरीद मूल्य से 57 फीसदी अधिक है। पिछले साल इसी अवधि में यानी जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही में कुल 37,580 करोड़ रुपये का सोना खरीदा गया था।
इसी तरह गोल्ड ज्वेलरी सेगमेंट में जनवरी से मार्च 2021 के दौरान ज्वेलरी की कुल मांग 39 फीसदी बढ़कर 102.5 टन पर पहुंच गई। जबकि जनवरी से मार्च 2020 के दौरान गोल्ड ज्वेलरी की कुल मांग 73.9 टन रही थी।
अगर सोने की वैश्विक मांग की बात की जाए तो वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से मार्च 2021 की तिमाही में सोने की वैश्विक मांग करीब 23 फीसदी घट गई। इस तिमाही में सोने की कुल वैश्विक मांग 815.7 टन रही। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट में बताया गया है कि गोल्ड ईटीएफ और केंद्रीय बैंकों की ओर से कम खरीदारी किए जाने के कारण सोने की वैश्विक मांग पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसके पहले जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही में सोने की कुल वैश्विक मांग 1059.9 टन रही थी।
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि जनवरी से मार्च 2021 की तिमाही में सोने की निवेश मांग में 71 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि कोरोना संकट के बढ़ने के कारण निवेश मांग में बढ़ोतरी होने की लगातार संभावना जताई जा रही है। इसके बावजूद साल के पहले तीन महीनों के दौरान इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट के तौर पर कुल 161.6 टन सोने की खरीद की गई। जबकि जनवरी से मार्च 2020 के दौरान इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट के तौर पर 549.6 सोने की खरीद की गई थी।