मुंबई, 3 जुलाई 2021
ग्रीन एनर्जी एक ऐसा स्थायी स्रोत है जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिये अत्यधिक हानिकारक नहीं है। वास्तव में हरित ऊर्जा प्राकृतिक भविष्य की अपार संभावनाओं से युक्त हरित ऊर्जा आज की आवश्यकता बनती जा रही है। भारत में पिछले तीन दशकों में, हरित ऊर्जा के क्षेत्र में से अनुसंधान और विकास कार्य हुए हैं । अब भारत की दिग्गज कंपनिया रिन्यूएबल एनर्जी में बड़ा निवेश करने की तैयारी कर रही है ।
अडानी ग्रीन पावर Ltd
अडानी ग्रुप की अडानी पावर ग्रीन एनर्जी भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, जिनके पास 13,990 MW का प्रोजेक्ट पोर्टफोलिओ है और वर्ष 2025 तक वह अपने रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोइलिओ को 25 GW तक बढ़ाना चाहती है जिसमे विंड, सोलर और हाइब्रिड पावर भी शामिल होंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज Ltd
हाल ही में हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज की 4वीं AGM में चेयरमैन मुकेश अंबानी ग्रीन एनर्जी के कारोबार का ऐलान किया । रिलायंस इस कारोबार में 3 साल में 60 हजार करोड़ रुपए तक का निवेश करेगी । मुकेश ने कहा था कि जामनगर में 5000 एकड़ में धीरूभाई अम्बानी ग्रीन एनर्जी गीगा काम्प्लेक्स पर काम शुरू हो चुका है। यह दुनिया में बड़ी एकीकृत Renewable energy मैन्युफैक्चरिंग यूनिट होगी।
नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन Ltd
ग्रीन पावर पर बड़ा दांव लगाते हुए, देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने बड़े पैमाने पर क्लीन एनर्जी के इस्तेमाल के लिए संसाधन जुटाने के लिए अगले वित्त वर्ष में अपनी रिन्यूएबल एनर्जी की सब्सिडियरी की मेगा लिस्टिंग का प्रस्ताव रखा है। 2032 तक एनटीपीसी ने हाल ही में अपने रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमता के वृद्धि लक्ष्य को 30,000 से बढाकर 60,000 मेगावाट तक कर दिया है ।