नई दिल्ली, 3 अगस्त 2021 2020 में करोना की पेहली लहर के चलते इन्शुरन्स कंपनियों ने IRDA द्वारा जारी किये गए निर्देशानुसार बीमा इच्छुकों को करोना कवच और करोना रक्षक यह दो पॉलिसियों का वितरण और लाभ दिया है । यह दोनों स्टैण्डर्ड ( सर्व सामान्य ) पॉलिसियाँ है जो करोना के इलाज के खर्चे का भुगतान बीमा धारक को करती है ।
कंपनियों ने पिछले वर्ष जुलाई में इन पॉलिसियों को बाजार में उतारा था। जनरल इंशोरेंस कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत में करोना महामारी का प्रकोप अधिक था। देश में आयी दूसरी लहरे ने दोनों पॉलिसियों ने बिमा के मूल्य का पूरा खेल बिगाड़ दिया है। दूसरी लहर की वजह से बीमाकर्ताओं कंपनियों के लिए 'कोरोना कवच' और 'कोरोना रक्षक' जैसी बीमा पॉलिसी घाटे का सौदा साबित हो रही हैं। अब इन्शुरन्स कम्पनिया और री इन्शुरन्स कम्पनिया ने भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) से इन दोनों पॉलिसी के मूल्य को फिर से तय करने का आग्रह किया है।
बीमाकर्ताओं कंपनियों के लिए 'कोरोना कवच' और 'कोरोना रक्षक' जैसी पॉलिसियो का मूल्य फिर से तय नहीं किया तो उनका घटा और बढ़ता जायेगा और शायद री इन्शुरन्स कम्पनिया उसे री इन्शुरन्स करने का नयी वैल्यू मांग सकते है। इन्शुरन्स विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह की करोना की लहेर चली थी और ऑक्सीजन और अन्य मेडिकल खर्चे बढे थे उस खर्चो को काबू में करना मुश्किल हो जाता था जो अंत में उस खर्चो को इन्शुरन्स कंपनी को देने पड़ते थे ।