नई दिल्ली, 5 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत-बांग्लादेश के बीच वाणिज्य सचिव स्तर की बैठक कल दिल्ली में हुई। भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने इस बैठक के बारे में आज सुबह प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि इस बैठक में दोनों पक्षों ने आपसी हित के मुद्दों, रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास, बंदरगाह के बुनियादी ढांचे, सीईपीए पर संयुक्त अध्ययन, सीमा हाटों पर व्यापक चर्चा की।
भारत सरकार के तरफ से आज जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि भारत और बांग्लादेश ने नई दिल्ली में वाणिज्य सचिव स्तर की बैठक की। बैठक में चर्चा हुई कि भारत और बांग्लादेश के बीच मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर महत्वपूर्ण प्रगति भारत-बांग्लादेश सीईपीए पर संयुक्त अध्ययन को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
भारत और बांग्लादेश के वाणिज्य सचिव स्तर की बैठक, जोकि कल नई दिल्ली में आयोजित हुई उसमें आपसी तनाव के बारे में व्यापक चर्चा की गई। भारत सरकार ने प्रेस रिलीज में कहा है कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच लेटरल ट्रेस में साइन कैंट गेट बांग्लादेश का सबसे बड़ा भागीदार है। कल की चर्चा में याटा गॉन बाजार में कंटेनर हैंडंग टैसिटी विकसित करने के लिए डिटेड प्रोजेक्ट प्रस्ताव (डीपीपी) को मंजूरी दी गई।
दोनो देशों के विकास और सड़क आधारित आईसीडी के लिए दोनो पक्षो ने मंजूरी दी। बोर्गेर हैट्स-जो कोवा सेशन के कारण बंद हो गए थे, उन्हें जल्द ही खोला गया। पीकन-बेनापॉम इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को 24/7 के लिए एक्टिवेट किए जाने पर भी चर्चा हुई। मुथ मेटल ट्रांसपोर्ट के जरिए रेपोनल कनेक्टिविटी को देशों के बीच मजबूत किए जाने पर भी चर्चा हुई। बैठक में इस बात पर सहमति हुई कि डब्ल्यूजी और कॉम सचिवों की अगली नियुक्ति नेनापे कम्युनिटी होगी।
ज्ञात हो कि मोदी और हसीना सरकार के आने के बाद से भारत और बांग्लादेश की व्यपारिक भागीदारी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है।