नई दिल्ली, 5 जुलाई 2021
जब आप अपनी पेट्रोल वाली कार में पेट्रोल भरवाने जाते हो और आप के हाथ में बड़ी रकम का बिल थमाया जाता है, तब आप को थोड़ा झटका लागत है और सोचते हो कि काश आप के पास भी सीएनजी या सस्ते इंधन वाली कोई कार होती? अगर ऐसा है तो अब आपकी सोच हक़ीक़त में बदल सकती है। भारत सरकार अब ऐसी फ्लेक्स फ्यूल (Flex Fuel) पॉलिसी पर काम कर रही है जिसमें वह कार कंपनियों से कार में ईंधन के कई विकल्प दिए जाए ताकि ग्राहक अपने बजट के हिसाब से ईंधन विकल्प वाली कार का चयन कर सके । इसके तीन फायदे है एक तो प्रदूषण फैलाने वाले जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) पर निर्भरता घटेगी, दूसरा देश में प्रदूषण का स्तर कम करने में मदद मिलेगी और तीसरा ग्राहकों को ईंधन के खर्चे में बचत होगी ।
सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि यह गाइडलाइंस फ्लैक्सिबल फ्यूल व्हीकल (FFV) के नाम से तैयार की जा रही है, जिसमे ईंधन के हिसाब इंजन का कंफीग्रेशन और अन्य बदलाव के बारे में विस्तार से दिशा निर्देश जारी किये जाएंगे। आशा है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी या चौथी तिमाही में इस जारी किया जा सकता है। इस पॉलिसी में केंद्र सरकार वाहनों में लगाए जाने वाले फ्लेक्स इंजन के इस्तेमाल करने के लिए निर्माता कंपनियों को ख़ास इंसेंटिव स्कीम बनाने पर भी विचार किया जा रहा है ।
फ्लैक्सिबल फ्यूल व्हीकल (FFV) पॉलिसी से केंद्र सरकार की यह प्लानिंग है कि फ्लैक्सिबल फ्यूल व्हीकल (FFV) वाले इंजन में बायोफ्यूल का इस्तेमाल किया जा सके और देशमें बढ़ते ईंधन के इम्पोर्ट को कम किया जा सके ।