पेटीएम ने सोमवार को बताया कि, वित्तवर्ष 23 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 76 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई हैं, जो 1,914 करोड़ रुपये हो गई, जबकि ईएसओपी लागत से पहले ईबीआईटीडीए में सालाना आधार पर 61 फीसदी सुधार के साथ 259 करोड़ रुपये तक पहुंची। इसके आगे कंपनी ने बताया कि, इसके साथ ही शुद्व घाटा करीब 11 प्रतिशत हो गया हैं । इसके आगे कंपनी ने कहा कि, 224 प्रतिशत सालाना योगदान लाभ और 16 प्रतिशत क्यूओक्यू से 843 करोड़ रुपये तक लगातार वृद्धि देखी। इसके आगे कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि, उसका शुद्ध भुगतान मार्जिन 428 प्रतिशत सालाना 443 करोड़ रुपये रहा ।
बता दें कि, ऋण वितरण में पेटीएम का तेजी से विस्तार इसकी वित्तीय सेवाओं के राजस्व का मुख्य उत्प्रेरक बन गया है, जो अब कंपनी के कुल राजस्व का 18 प्रतिशत है । इसके आगे कंपनी ने आगे कहा कि, वह ऋण वितरण व्यवसाय में आगे एक लंबी वृद्धि रनवे देखती है। वित्तवर्ष 23 की दूसरी तिमाही में पेटीएम पोस्टपेड संवितरण 4,050 करोड़ रुपये था, जबकि व्यक्तिगत ऋण संवितरण 2,055 करोड़ रुपये था । इस बीच, उपकरणों के कारोबार में वृद्धि के कारण व्यापारी ऋण संवितरण 1,208 करोड़ रुपये था।