मुंबई - 10 जून 2021
कर्ज से परेशांन उद्योगपति अनिल अंबानी (Anil Ambani) को एसबीआई (SBI) ने बड़ी राहत दी है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (Reliance Communications) की टेलिकॉम टावर यूनिट रिलायंस इन्फ्राटेल (Reliance Infratel) के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप को वापस लेने का अनुरोध किया है। बैंक ने इस बारे में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में एक हलफनामा दायर किया है।
सूत्रों के हवाले के मुताबिक मुकेश अंबानी की कंपनी जियो (Jio) ने 4,000 करोड़ रुपये में रिलायंस इन्फ्राटेल को खरीदने की योजना बनाई है, लेकिन कंपनी पर लगे आरोपों के कारण जियो (Jio) इस योजना से पल्ला झाड़ सकती है। अगर ऐसा हुआ तो रिलायंस इन्फ्राटेल से अपने बकाये की वसूली की आस लगाए बैंकों को झटका लग सकता है। यही वजह है कि एसबीआई ने रिलायंस इन्फ्राटेल पर लगाए गए आरोप को वापस लेने के लिए हलफनामा दिया है।
मामले की जानकारी रखने वाले बैंक के एक अधिकारी ने कहा कि एसबीआई को लगता है कि रिलायंस इन्फ्राटेल पर लगे धोखाधड़ी के टैग से रिजॉल्यूशन की प्रकिया में देरी हो सकती है और रिकवरी की संभावना में और गिरावट आ सकती है। साथ ही यह आशंका भी है कि जियो अपनी योजना से पीछे हट सकती है।
आरकॉम और उसकी यूनिट्स रिलायंस इन्फ्राटेल और रिलायंस टेलिकॉम की रिजॉल्यूशन प्रोसेस में एसबीआई लीड बैंक है। अगर इसमें देरी होती है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान एसबीआई को ही होगा। बैंक का आरकॉम और दिवालिया हो चुकी अन्य टेलिकॉम कंपनी एयरसेल (Aircel) पर 12,000 करोड़ रुपये का बकाया है। जानकारों का कहना है कि महामारी के चलते सभी बैंको की वित्तीय स्थिति तनाव पूर्ण परिस्थिति में है ऐसे में अगर रिलायंस इन्फ्राटेल और रिलायंस टेलिकॉम की रिजॉल्यूशन प्रोसेस में देरी होती है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान एसबीआई को ही होगा जिससे वह बचना चाहेगा।