मुंबई, 4 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) यूक्रेन और रूस में जारी युद्ध क्षेत्र के विस्तार और इसके कारण लगे आर्थिक प्रतिबंधों ने अब निवेशकों को डराना शुरू कर दिया है। इसी डर के कारण आज सप्ताहांत में भारतीय शेयर बाज़ार में जमकर बिकवाली हुई। नतीजा मार्केट मुह के बल पर गिर पड़ा। भट से निवेशक शनिवार और रविवार के बंद कारोबारी दिनों में अपने धन को जोखिम में नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। आज (Share market today) लगभग 1204 शेयरों में तेजी आई है, 2075 शेयरों में गिरावट आई है और 96 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आज (Share market today) सप्ताहांत की क्लोजिंग के समय BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के सेंसेक्स ने 768.87 अंको के नुकसान के साथ 55 हज़ार से नीचे (54,333.81) के स्तर पर क्लोज़िंग की। NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) के निफ़्टी ने आज की क्लोजिंग 252.70 अंको के घाटे के साथ 16,245.35 के स्तर पर की। आज निफ़्टी ज्यादा नुकसान में रहा। एक तरफ जहां सेंसेक्स 1.40% गिरा तो निफ़्टी में आज के दिन में 1.53% की गिरवाट दर्ज हुई। पूरे सप्ताह (stock market this week) की बात करें तो सेंसेक्स ने इस पूरे हफ्ते में लगभग डेढ़ हजार अंको का घाटा सहा, तो निफ़्टी ने इस हफ्ते में चार सौ से ज्यादा अंको का घाटा सहा।
ज्ञात हो कि आज (Share market today) शुक्रवार 4 मार्च की ओपनिंग बेहद खराब हुई थी। जहां निफ़्टी ने आज की ओपनिंग 158.60 अंको के घाटे के साथ 16,339.45 पर की थी, तो सेंसेक्स की ओपनिंग 449.09 अंको के साथ 54,653.59 के स्तर पर हुई थी। आज के दिन में सेंसेक्स का उच्च स्तर 55,013.27 और निम्न स्तर 53,887.72 रहा। निफ़्टी ने आज के कारोबार में 16,456 का उच्च और 16,133.80 का निम्न स्तर छुआ।
सेक्टोरिल इंडेक्स की बात करें तो आज निफ़्टी आईटी सबसे ज्यादा फायदे में रहने वाला सेक्टर रहा, तो निफ़्टी ऑटो सबसे खराब परफार्मिंग सेक्टर रहा। सेक्टरों में, आईटी को छोड़कर अन्य सभी सूचकांक ऑटो, धातु, बिजली, पूंजीगत सामान, रियल्टी में 2-3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 2.3 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.6 फीसदी टूटा।
निफ़्टी में आज के दिन में सबसे ज्यादा घाटा उठाने वाले टॉप 5 शेयर्स रहें- टाइटन कंपनी, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, हीरो मोटोकॉर्प और टाटा मोटर्स। आज के दिन में सबसे ज्यादा लाभ में रहने वाले टॉप 5 शेयर्स रहें- डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज, आईटीसी, टेक महिंद्रा, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट।