नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (न्यूज हेल्पलाइन) विगत कुछ दिनों से देश के कई भागों से भारी मात्रा में पावर कट के समाचार आ रहे थे। जिसके बारे में बाद में बताया गया कि देश के ताप विद्धुत घरों में कोयले की कमी की वजह से पर्याप्त मात्रा में बिजली का उत्पादन नहीं हो प रहा है, जिससे कई राज्यों में पॉवर कट की समस्या है, और संभव है कि आगे कुछ समय तक भी यह समस्या बनी रहे। अब इस स्थित पर देश के कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी की सफाई आई है। कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक वक्तव्य जारी करके स्थित से अवगत कराया है।
कोयले की कमी की समस्या के प्रारंभ के बारे में बताते हुए कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि बारिश के कारण कोयले की कमी हो गई, जिससे अंतरराष्ट्रीय कीमतों में 60 रुपए प्रति टन से 190 रुपए प्रति टन की वृद्धि हुई। इसके बाद, आयातित कोयला बिजली संयंत्र या तो 15-20 दिनों के लिए बंद हो जाते हैं या बहुत कम उत्पादन करते हैं। इससे घरेलू कोयले पर दबाव पड़ा।
कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने स्थित में हो रहे सुधार को बताते हुए कहा कि कल हमने 1.94 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति की। घरेलू कोयले की एक दिन में यह अब तक की सबसे अधिक आपूर्ति है। समस्या तब से प्रारंभ हुई जब इस साल जून तक हमने कई राज्यों से कोयला का स्टॉक बढ़ाने का अनुरोध किया तो उनमें से कुछ राज्यों ने कहा कि "कृपया एक एहसान करें, डॉन" 'अभी कोयला मत भेजो। उसके बाद बरसात ने समस्या को बढ़ाया।
कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने आगे कहा कि हमने अपनी आपूर्ति जारी रखी है, यहां तक कि कई राज्यों के ऊपर बकाए के बावजूद भी आपूर्ति प्रभावित नहीं हुई। आपूर्ति अतीत में भी जारी रखा गया था। हम राज्यों से स्टॉक बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं। अंत में कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने विश्वास दिलाया कि राज्यों को और पावर प्लांट्स को कोयले की कमी नहीं होगी।