नई दिल्ली - 4 जून 2021 - कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण उत्तराखंड (Uttarakhand) का पर्यटन उद्योग (Tourism Industry) बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। अब वहां के होटल मालिकों, सड़क किनारे के ढाबों, टूर एंड ट्रेवल एजेंसी ऑपरेटर्स और इस सेक्टर से जुड़े दूसरे लोगों की उम्मीदें राहत पैकेज पर टिकी हैं। अनुमान है कि राज्य के पर्यटन उद्योग को साल 2020 में 1600 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है ।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को PTI से बाचीत में कहा, "हमने अपने पर्यटन उद्योग में जान फूंकने के लिए राहत पैकेज के लिए मुख्यमंत्री को एक प्रस्ताव सौंपा है।"
उन्होंने आगे कहा, "टूरिज्म उद्योग ही हमारी रोजी रोटी है और महामारी के कारण ये कई स्तर पर प्रभावित हुआ है। इस वक्त इस सेक्टर से जुड़े लोगों को राहत पैकेज काफी राहत देगा ।"
IIM काशीपुर के पर्यटन उद्योग का एक अध्ययन का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण 2020 में उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग को 1600 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है और कम से कम 23000 लोगों का रोजगार चला गया है। उन्होंने कहा कि Covid-19 संक्रमण की दूसरी लहर से हुए नुकसान का आकलन अभी किया ही नहीं गया है ।’
मंत्री ने कहा, "संक्रमण की दूसरी लहर के कारण लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुंभ का आयोजन सीमित रखा गया, संक्रमण के कारण लगाई गई पाबंदियों से चार धाम यात्रा लगातार दूसरे साल प्रभावित रही। पर्यटन उद्योग को इससे भारी धक्का लगा है।"
मंत्री ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि राज्य में कोविड कर्फ्यू (Covid Curfew) खत्म होने के बाद चार धाम यात्रा को चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाए।