नई दिल्ली, 26 अप्रैल। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी कुछ किसान संगठनों के आंदोलन और कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण के बावजूद देश में अभी तक 80 फीसदी से ज्यादा गेहूं की कटाई की जा चुकी है। वहीं दलहन और तिलहन की कटाई का काम लगभग पूरा हो गया है।
कृषि मंत्रालय की ओर से जारी रबी फसल की कटाई के ताजा आंकड़ों के अनुसार देशभर में रबी फसल के प्रमुख खाद्यान्न गेहूं की कटाई का काम 81 फीसदी हो चुका है। हालांकि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में गेहूं की कटाई का काम अपेक्षा से कम हुआ है, लेकिन इस महीने के अंत तक गेहूं की पूरी कटाई हो जाने की उम्मीद है।
कृषि मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार की ओर से सक्रियता के साथ उठाए गए कदमों की वजह से पूरे देश में रबी फसल की कटाई समय से हो रही है। इसके साथ ही सरकार इस बात को भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि फसल की खरीद भी समय से हो जाए, ताकि किसानों को फायदा मिल सके। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना के संक्रमण काल में किसानों और खेती किसानी करने वाले मजदूरों को प्रतिकूल परिस्थितियों में काम करना पड़ रहा है। इसके बावजूद गेहूं के मामले में 315.80 लाख हेक्टेयर के कुल बुवाई क्षेत्र में से 81.55 प्रतिशत क्षेत्र की कटाई पूरी हो चुकी है।
गेहूं की कटाई के मामले में राजस्थान सबसे आगे है, जहां गेहूं की कटाई करीब 99 प्रतिशत पूरी हो गई है, वहीं मध्य प्रदेश में 96 प्रतिशत बुवाई क्षेत्र में गेहूं की कटाई हो गई है। जबकि उत्तर प्रदेश में गेहूं की कटाई 80 प्रतिशत, हरियाणा में 65 प्रतिशत और पंजाब और 60 प्रतिशत बुवाई क्षेत्र में गेहूं की कटाई पूरी हुई है। मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में कटाई का काम जोरशोर से चल रहा है और इसके इस महीने के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि पूरे देश में दलहन की बुवाई 158.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है। इसमें चना, मसूर, उड़द, मूंग और मटर की कटाई का काम पूरा हो चुका है। इसी तरह गन्ने का कुल बुवाई क्षेत्रफल 48.52 लाख हेक्टेयर का रहा है। इसमें से छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तेलंगाना में इसकी कटाई पूरी हो गई है, जबकि बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में 98 प्रतिशत तक कटाई पूरी हुई है। इस विज्ञप्ति में उत्तर प्रदेश में गन्ने की कटाई के आंकड़े नहीं दिए गए हैं।