पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार स्थिर हैं. आपको बता दें कि अगस्त के महीने में रिकॉर्ड स्तर तक गिर चुके कच्चे तेल में पिछले कुछ दिनों से तेजी देखने को मिल रही है. आज यानी शनिवार को एक बार फिर क्रूड के रेट में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है, हालांकि सरकारी तेल कंपनियों ने घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दाम पुराने स्तर पर ही रखकर आम आदमी को राहत दी. बता दें कि कच्चे तेल में रिकॉर्ड गिरावट को रोकने के लिए ओपेक देशों ने उत्पादन में कटौती का फैसला लिया था. जी हां और इस फैसले का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में देखने को मिला।
आपको बता दें कि घरेलू बाजार में पिछले साढ़े पांच महीने से पेट्रोल-डीजल के रेट पुराने स्तर पर बने हुए हैं. आज यानी शनिवार सुबह WTI क्रूड 88.96 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 95.99 डॉलर प्रति बैरल पर चढ़ गया। इसके साथ ही तेल की कीमत में आखिरी बार 22 मई को बदलाव किया गया था। दरअसल, यह पहला मौका है जब पेट्रोल और डीजल के दाम पांच महीने से ज्यादा समय तक स्थिर रहे हैं. सरकार ने 22 मई को एक्साइज ड्यूटी घटाई थी और इस वजह से देशभर में पेट्रोल और डीजल सस्ता हो गया था.
वहीं, इसके बाद महाराष्ट्र में तेल पर वैट कम कर दिया गया, जिससे दाम नीचे आ गए। आपको यह भी बता दें कि तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) रोजाना सुबह 6 बजे कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर तेल की दरें जारी करती हैं। हां और अगर पेट्रोल या डीजल के दाम में कोई बदलाव होता है तो उसे उसी वक्त लागू कर दिया जाता है. इतना ही नहीं, अलग-अलग राज्यों में वैट की अलग-अलग दरों के कारण पेट्रोल और डीजल की दर राज्यों में एक समान नहीं रहती है।