मुंबई, 3 जुलाई 2021
जोमाटो के आईपीओ में ग्लोबल टेक स्पेशियलिस्ट फंड्स, इमर्जिंग फण्ड, लोकल फण्ड और HNI और रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी देखी जा रही है । कंपनी में निवेशक के बढ़ते रुझान को देखते हुए बाज़ार के विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कंपनी की वैल्यूएशन में बढ़ोतरी हो सकती है। कंपनी ने अपने IPO के लिए अप्रैल' 21 में एप्लीकेशन फाइल की थी ।
निवेशकों का रुझान, इन्वेस्टर्स की फंडिंग और हाल ही में हुए विकास को देखकर कंपनी को उम्मीद है कि उसे 8.7 अरब डॉलर का वैल्यूएशन मिल जाएगी । इससे पहले कंपनी ने 5.4 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर फंड जुटाया था।
अगर जोमाटो के आईपीओ की मंजूर मिलती है तो, जोमाटो पहली फ़ूड टेक यूनिकॉर्न होगी जो IPO लाने जा रही है। ख़ासकर उस वक़्त जब महामारी की वजह से डिजिटल टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन डिलीवरी की जो शानदार ग्रोथ हुए है। जोमाटो के आईपीओ दूसरी डिजिटल टेक्नोलॉजी कंपनी ने लिए बहुत ही उत्साह जनक बात होगी जो उन्हें अपना IPO लाने में प्रोत्साहित करेगा ।
फंडिंग विशेषज्ञों को मानना है कि जोमैटो IPO के जरिए प्राइमरी फंड जुटाने की लिमिट को 20 फीसदी बढ़ाकर 1.2 अरब डॉलर कर सकता है । वहीं ऑफर फॉर सेल की सीमा 50 फीसदी घटा सकता है। इस ऑफर फॉर सेल में इंफोएज अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है हाल के आकड़ो के मुताबित जोमैटो में इंफोएज की हिस्सेदारी 18 फीसदी है।
जोमाटो फ़ूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट समूहक प्लेटफार्म जिसकी स्थापना दपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में फूडीबे के नाम पर कि जिसे जोमाटो नाम 2010 में दिया गया था।