न्यूज़ हेल्पलाइन- 3 जनवरी 2022 बड़े अच्छे लगते हैं 2 फेम नकुल मेहता ने कुछ दिनों पहले ही अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये जानकारी दी थी कि वे कोरोना का शिकार हो गयें है और अब खबरें आयीं है कि नकुल के बाद उनकी पत्नी जानकी पारेख और बेटा सूफी भी कोरोना पॉजिटिव पाएं गए हैं।
जानकी ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर इस बात की सूचना दी। कोरोना पॉजिटिव पाएं जाने की जानकारी देते हुए जानकी ने एक लंबा चौड़ा कैप्शन लिखकर सूफी के तबियत की जानकारी भी दी।
जानकी पारेख ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर हॉस्पिटल से बेटे सूफी की कुछ तस्वीरें शेयर कीं। तस्वीरों में सूफी हॉस्पिटल बेड पर बैठे दिखाई दे रहे हैं। इन तस्वीरों के साथ जानकी ने लिखा, "मुझे हमेशा से पता था कि, कोविड हममें से अधिकांश को जल्द या बाद में होगा, लेकिन वास्तव में पिछले हफ्ते जो कुछ हुआ, वह कुछ ऐसा था, जिसके बारे में मैनें सोचा ही नहीं था। आप में से बहुत से लोगों को पता होगा कि मेरे पति नकुल 2 हफ्ते पहले कोविड पॉजिटिव आए थे। कुछ दिन बाद ही मुझमें भी लक्षण नजर आने लगे। मेरे बीमार पड़ने के अगले दिन सूफी को बुखार आ गया। दवाइयों और पानी की पट्टियां रखने से भी कोई फायदा नहीं हुआ। हम उसे आधी रात को ही अस्पताल लेकर भागे। उस वक्त बुखार 104.2 पार हो चुका था। इसके बाद तो मेरे मुश्किल भरे दिन शुरू हो गए।"
"मेरे दिन बेटे के साथ कोविड आईसीयू में बीतने लगे। मेरे नन्हे फाइटर ने बहुत कुछ झेला। एम्बुलेंस में उसे आधी रात को लेकर गए। 3 IVS लगाए गए, ब्लड टेस्ट किए गए, आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ, सैलाइन, एंटीबायॉटिक्स और इंजेक्शन्स लगाए गए ताकि किसी तरह उसके शरीर का तापमान कम हो जाए। 3 दिन बाद आखिर उसका बुखार कम हुआ। अस्पताल में अकेले-अकेले बेटे को संभालते बुरी तरह थक गई थी। तब अहसास भी नहीं था कि मुझे यह थकान इसलिए है क्योंकि मैं भी कोविड पॉजिटिव हूं।"
जानकी ने आगे लिखा, "सूफी के @sonalsaste, SRCC चिल्ड्रेन हॉस्पिटल का पूरा स्टाफ और डॉक्टर, समय पर इलाज और इससे लड़ने की हिम्मत देने के लिए मैं आप सभी का पर्याप्त धन्यवाद नहीं कर सकती हूं। हमने जो पढ़ा है, उसके बारे में माना जाता है कि, ओमीक्रॉन वयस्कों पर हल्का होता है, लेकिन बच्चों के साथ कृपया आप ध्यान रखें। हमारे बच्चे मास्क नहीं पहन सकते हैं या टीकाकरण नहीं करवा सकते हैं, इसलिए हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि हम उनके पास घर वापस आ रहे हैं। इस लड़ाई को साझा करने का विचार यह सुनिश्चित करना है कि, मैं इस जागरूकता को बढ़ा सकूं, भले ही यह सिर्फ एक माता-पिता के लिए ही क्यों न हो। साथ ही सूफी आज 11 महीने के हो गए हैं। अपने लचीलेपन और उस नासमझ मुस्कान से हमें प्रेरित करने के लिए मेरे सुपरहीरो का धन्यवाद।"