नासिक, 25 अक्टूबर (न्यूज हेल्पलाइन) केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने आज जानकारी दी आयकर विभाग ने विगत गुरुवार 21 अक्टूबर से महाराष्ट्र के में मुख्य रूप से एक भूमि एग्रीगेटर के रूप में काम करने वाले रियल एस्टेट व्यवसाय में लगे एक व्यक्ति के मामले में कई स्थानों पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था। आयकर विभाग के तलाशी अभियान में अब तक 100 करोड़ रुपए से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। एकत्र किए गए सबूतों की जांच की जा रही है और आगे की जांच जारी है।
केन्द्रीय आयकर विभाग ने बताया कि तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान, संपत्ति के अधिग्रहण के लिए बड़े पैमाने पर नकद लेनदेन के सबूत के लिए भूमि समझौते, नोटरीकृत दस्तावेज और अन्य कागजात सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज पाए गए और जब्त किए गए। इस तरह के लेन-देन की पुष्टि कंप्यूटर और मोबाइल फोन से निकाले गए डिजिटल सबूतों से भी होती है। इसके अलावा कई निजी तिजोरियों में बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जमा पाई गई है। अब तक 23.45 करोड़ जब्त किया गया है तथा एक लॉकर को भी सील किया गया है।
आयकर विभाग के इस तलाशी अभियान में कई अवैध बेहिसाब आय को जमीन के बड़े हिस्से की खरीद के लिए निवेश किए जाने का भी पता चला है, जिनके लिए किए गए लेनदेन की जांच की जा रही है। इस लेनदेन में शामिल अधिकांश व्यक्ति महाराष्ट्र के पिंपलगांव बसवंत क्षेत्र में प्याज और अन्य नकदी फसलों के थोक व्यापार में लगे हुए हैं। इन व्यापारियों द्वारा संपत्तियों में निवेश करने के लिए किए गए बड़े नकद लेनदेन के रिकॉर्ड सहित आपत्तिजनक सबूत भी मिले हैं और जब्त किए गए हैं। तलाशी के दौरान मिले कई बैंक लॉकरों पर निषेधाज्ञा लगा दी गई है।