लखनऊ, 11 फ़रवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) उत्तर प्रदेश के उन्नाव में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह द्वारा निर्मित एक आश्रम के पास एक खाली भूखंड से एक 22 वर्षीय दलित युवती के लापता होने के दो महीने बाद उसका क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया।
मामले का मुख्य आरोपी राजोल सिंह है जो की फतेह बहादुर का बेटा है। पुलिस ने बताया की पोस्टमार्टम की कार्रवाई जारी है।
उन्नाव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने कहा की, “हमने आरोपी राजोल सिंह से रिमांड पर पूछताछ की। जिसके बाद एसओजी की टीम ने गुरुवार को महिला का शव बरामद किया। शव को आश्रम के पास प्लाट में दफना दिया गया था। हमने उस स्थान की पहचान करने के लिए स्थानीय खुफिया और मोबाइल निगरानी का इस्तेमाल किया जहां शव को दफनाया गया था।”
उन्होंने कहा कि मामला अवैध संबंधों का लगता है। जांच की जा रही है, जो भी इस घटना में शामिल पाया जाएगा उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस बीच, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा और मांग की कि पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
उन्होंने ट्वीट में कहा, "उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में एक दलित लड़की का शव बरामद होना एक बहुत ही दुखद और गंभीर मामला है। परिवार के सदस्य पहले से ही सपा नेता के अपहरण और हत्या के बारे में संदेह कर रहे थे। राज्य सरकार को तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। दोषियों को पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए।”
आठ दिसंबर को महिला के लापता होने के बाद मां ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री के बेटे राजोल सिंह ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है। मां ने स्थानीय पुलिस के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अप्रिय घटना की आशंका भी जताई और आरोपी राजोल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। 24 जनवरी को पीड़िता की मां ने भी लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के वाहन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया और पुलिस पर उनकी बेटी के ठिकाने का पता लगाने में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया।
इसके बाद पुलिस ने उसी दिन राजोल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। शव मिलने से मां की आशंका की पुष्टि हुई है। बेटी के लापता होने के एक दिन बाद मां ने राजोल सिंह के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था।