नई दिल्ली, 13 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) देश मे कोविड-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कक देश मे इस बीमारी और देश के लोगों के बीच जंग जारी है। एक तरफ जहां इस महामारी ने समाप्त होने की कगार पर पहुंच कर फिर से वापसी की है। वहीं, इस बीमारी से लड़ने के लिए लोगों ने भी कमर कस ली है, और पूरी गति से वैक्सीनेशन करवा रहे हैं।
इस कड़ी को आगे बढ़ाने का कार्य किया है देश के 15 से 18 वर्ष के किशोरों और कोशोरियों ने। इसका प्रमाण यह है कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुए अभी 10 ही दिन बीते हैं और मात्र इतने ही दिनों में इन युवाओं के जोश के कारण इस उम्र वर्ग के द्वारा वैक्सीनेशन करवाने का आंकड़ा 3 करोड़ को पार कर गया है। ज्ञात हो कि विगत 3 जनवरी को 15 से 18 वराह के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ था।
इस बारे में जानकारी देते हुए आज गुरुवार 13 जुलाई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने बताया कि 15 से 18 आयु वर्ग के 3 करोड़ से अधिक युवाओं को COVID19 के विरुद्ध वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने आगे कहा कि युवा भारत में जिम्मेदारी और उत्साह की महान भावना बहुत प्रेरित कर रही है। जिन 15-18 आयु वर्ग के युवाओं ने COVID19 वैक्सीन की पहली खुराक ली है, वे बधाई के पात्र हैं। मैं अपने सभी योग्य युवा मित्रों से अपील करता हूं कि वे जल्द से जल्द टीका लगवाएं।
ज्ञात हो कि देश में अभी तीन स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है। प्रथम 15 से 18 वर्ष के युवाओं को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा रही है। दूसरी श्रेणी में 18 से 60 वर्ष के लोगों का सामान्य पहला और दूसरा वैक्सीन का डोज दिया जा रहा है। तीसरा 60 वर्ष के ऊपर के वृद्धों, स्वास्थ्य कर्मियों आदि को एहतियाती या बूस्टर डोज प्रदान की जा रही है। इन सभी वैक्सीनेशन को मिलाकर देश मे अबतक 150 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है, और यह अभी भी फूल स्पीड में जारी है।