21 मई - दिल्ली - आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 30वीं पुण्यतिथि है. ऐसे में कांग्रेस ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से इसे सेवा और सद्भावना के तौर पर मनाने के लिए कहा है और उन लोगों की मदद करने की अपील की है जो कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 की रात में तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में एक चुनावी सभा के दौरान एक महिला आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी. इस घटना में आत्मघाती महिला धनु समेत 14 अन्य व्यक्ति मारे गये थे और यह संभवत: पहला आत्मघाती विस्फोट था जिसमें किसी बड़े नेता की जान गयी थी.
राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई है. ट्वीट में लिखा ”एक दूरदर्शी जो यह समझता था कि दुनिया किस ओर जा रही है, श्री राजीव गांधी ने उसी के अनुसार भारत का नेतृत्व किया ताकि एक दिन वह दुनिया का नेतृत्व कर सके जैसे कि उसकी किस्मत में है. आज जब हम खुद को दुनिया के महानतम लोगों में पाते हैं, तो हम राजीव जी को नमन करते हैं.”
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने लिखा, ”राजीव गांधी जी की शहादत का 30वां साल ! विनम्र श्रद्धांजलि”
आपको बता दें कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या 21 मई को की गई थी. इसके कारण श्रीलंका में तमिल संघर्ष से शुरू हुए थे जिसकी वजह से लिट्टे (LTTE) ने यह साजिश रची थी. 21 मई को भारत में हर साल आतंकवादी विरोध दिवस मनाया जाता है. 21 मई 1991 को भारत के सातवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक आतंकवादी घटना में हत्या कर दी गई थी. इस हत्या की जिम्मेदारी श्रीलंका (Sri Lanka) में सक्रिय आतंकवादी लिट्टे ने ली थी. इस घटना के बीज श्रीलंका के आंतरिक संघर्ष में छिपे हैं जो कई साल पहले से चल रहा था