श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर), 18 अगस्त 2021 हुर्रियत और टेरर फंडिंग के जरिए जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए पाकिस्तान में मेडिकल सीटें खरीदने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।आतंकी फंडिंग में हुर्रियत की भूमिका और अलगाववादियों और पाकिस्तान के बीच सांठगांठ पर प्रकाश डालते हुए, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक, दिलबाग सिंह ने कहा, “हुर्रियत के माध्यम से पाकिस्तान में जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए एमबीबीएस सीटें हासिल करने के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दिलबाग सिंह ने बताया कि मोहम्मद अब्दुल्ला शाह का भाई 90 के दशक में पाकिस्तान गया था और वहां से और हुर्रियत के लिए काम कर रहा था। अभी तक की जांच में पाया गया है कि 80 के करीब एमबीबीएस के केस हुर्रियत के चैनल से पाकिस्तान गए। ये भी मालूम हुआ है कि एक सीट के लिए 10-12 लाख रुपये की रकम देनी पड़ती थी। हर साल 40 के करीब केस भी देखें तो बहुत बड़ी रकम जमा होती थी। ये लगभग 4 करोड़ रुपये बनती है।
जम्मू कश्मीर के डीजीपी ने बताया है कि इस मामले की जांच सीआईडी की विंग कर रही है। जो लोग हुर्रियत एमबीबीएस की सीट खरीदकर पाकिस्तान पढ़ने गए और पैसा आगे हुर्रियत के चैनल से आतंकवाद को फंड करने के लिए इस्तेमाल हुआ, इसको लेकर ये जांच की जा रही है और इसी में ये गिरफ्तारियां हुई हैं।