श्रीनगर, 29 सितंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन)
जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना ने मंगलवार को घुसपैठ विरोधी अभियान के दौरान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से संबंधित एक पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया गया जबकि एक अन्य को मार गिराया गया।
सेना ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि हमले की योजना बना रहे आतंकवादियों ने सलामाबाद नाले के किनारे घुसपैठ की कोशिश की थी, जो 2016 में उरी गैरीसन पर आत्मघाती हमले के लिए इस्तेमाल किया गया था।
19 इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने कहा कि यह घटना 25 सितंबर को हुई जब नाला के पास आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच एक संक्षिप्त मुठभेड़ हुई। ऑपरेशन शुरू में 18 और 19 सितंबर की रात को शुरू किया गया था जब उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर छह पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की गई थी। जैसे ही एक मुठभेड़ शुरू हुई, अंधेरे और घने पत्ते का फायदा उठाकर चार आतंकवादी पाकिस्तान वापस चले गए, जबकि शेष दो उरी में घुस गए। इलाके में नौ दिनों तक तलाशी अभियान जारी रहा। इस दौरान उरी में कई दिन इंटरनेट व मोबाइल नेटवर्क की सुविधा अवरुद्ध कर दीं गई थी।
कश्मीर जोन पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि ऑपरेशन को पुलवामा पुलिस और 50 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने अंजाम दिया। गिरफ़्त आतंकी से पूछताछ में पता चला कि लश्कर कमांडर रियाज साथरगुंड ने उन्हें श्रीनगर के राजौरीकादल इलाके में ठिकाना बनाने के लिए कहा था।
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ जवानों के साथ तड़के एक घेरा और तलाशी अभियान (सीएएसओ) शुरू किया गया और ठिकाने का पता चला। मिलीं जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार व गोला बारूद बरामद किया है।