न्यूज हेल्पलाइन 14 मार्च नई दिल्ली, इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए अब जेईई मेन पास करना जरूरी नहीं है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद दूसरे वर्ष से अगले सत्र से बीटेक और बीई कार्यक्रमों में पार्श्व प्रवेश शुरू करेगी। एआईसीटीई ने इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों और राज्यों को पत्र लिखा है। इसके लिए इंजीनियरिंग प्रोग्राम का डिप्लोमा धारक बी.एससी. इस क्षेत्र में डिग्री और पेशेवर डिप्लोमा वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं। एआईसीटीई के सलाहकार डॉ. सभी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को भेजे गए पत्र में रमेश उन्नीकृष्णन ने कहा कि बी.टेक. और अब बीई के दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री भर्ती किया जा सकता है।
एआईसीटीई में दाखिले और नियम भी तय हैं। दो या तीन साल के डिप्लोमा वाले छात्र और बी.एससी। स्नातक जिन्होंने 12वीं गणित विषय लिया था, वे इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की किसी भी शाखा में प्रवेश ले सकते हैं। इसमें सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए 45% और एस.सी. और एस.टी. कक्षा में छात्र के लिए 40% अंक आवश्यक हैं। विश्वविद्यालय के बाद इन छात्रों को ब्रिज कोर्स की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए गणित, भौतिकी, इंजीनियरिंग ड्राइंग आदि पर विशेष कोचिंग या तैयारी की आवश्यकता होगी इसका मतलब है कि वे सामान्य छात्रों के साथ पाठ्यक्रम को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं|