मध्यप्रदेश, 16 जून 2021
कोरोना वायरस की भयावह दूसरी लहर के बाद अब केस थोड़े कम होने लगे. लेकिन इस दौरान कोरोना रिकवरी के बाद कोरोना वायरस से ठीक हुए कई मरीजों में ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस के बाद येल्लो फंगस नाम की बला भी सामने आई। इन सब के बाद अब ग्रीन फंगस नाम का खतरनाक संक्रमण सामने आया है। इंदौर में एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया है कि कोरोना से ठीक हुए एक मरीज में ग्रीन फंगस की सूचना मिली है। डॉक्टर ने कहा कि उसे इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस के जरिए मुंबई शिफ्ट कर दिया गया है।
इंदौर शहर में ग्रीन फंगस के पहले मरीज की पुष्टि होने के बाद इंदौर के प्राइवेट अस्पताल से उसे एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए मुंबई भेजा गया. मरीज शहर के माणिकबाग इलाके में रहने वाला बताया गया है. 34 साल के युवा को कोरोना संक्रमण हुआ, उनके फेफड़े 90 फीसदी तक संक्रमित हो चुके थे.
श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SAIMS) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ रवि डोसी ने कहा कि कोरोना से ठीक हुए मरीज का परीक्षण इस संदेह में किया गया कि कहीं उसे ब्लैक फंगस न हो.
कोरोना के दौरान सामने आए इस फंगल इन्फेक्शन के अब तक चार वैरिएंट सामने आ चुके हैं. ब्लैक, व्हाइट, यलो और ग्रीन फंगस. विशेषज्ञों ने बताया कि ग्रीन फंगस ज्यादा खतरनाक और अधिक जानलेवा बीमारी है. अरबिंदो हॉस्पिटल के चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ रवि दोषी ने बताया कि इस इन्फेक्शन से मरीज की हालत लगातार बिगड़ती जाती है.