उत्तर प्रदेश, 3 जून 2021
यूपी बोर्ड पहले ही दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है। मंगलवार को प्रधानमंत्री ने सीबीएसई की बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की थी। इसके बाद से सभी राज्यों के बोर्ड पर बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने का दबाव बढ़ गया था। गुरुवार को योगी सरकार ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा कर दी
इससे पहले कोरोना वायरस और पंचायत चुनाव के मद्देनजर यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को स्थगित किया गया था। इसके बाद जब सीबीएसई ने दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की तो उसके कुछ दिनों बाद यूपी बोर्ड ने भी दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया था।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' से बातचीत के बाद बारहवीं कक्षा की परीक्षा को निरस्त करने की घोषणा की है। इस साल यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 26 लाख 10 हजार 316 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए हैं। अब इन सभी विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन पद्धति के जरिए पास किया जाएगा।
यूपी बोर्ड से पहले हरियाणा बोर्ड, गुजरात बोर्ड, मध्यप्रदेश बोर्ड और उत्तराखंड बोर्ड बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द कर चुका है। इन सभी राज्यों में विद्यार्थियों को इस साल आंतरिक मूल्यांकन पद्धति के जरिए पास किया जाएगा। वहीं, महाराष्ट्र बोर्ड भी आने वाले एक-दो दिन के भीतर बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर सकती है। वहीं, आईसीएसआई बोर्ड भी बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है।