मुंबई, 19 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इंडोनेशिया ने बुधवार को देश में सभी सिरप और लिक्विड दवाओं की बिक्री पर बैन लगा दिया। सरकार ने यह फैसला 99 बच्चों की मौत के बाद लिया है। जानकारी के मुताबिक, इन बच्चों को लिक्विड दवाएं दी गईं थीं और शक है कि इन लिक्विड मेडिसन की वजह से बच्चों को एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) हुई थी। साल की शुरुआत से अब तक 20 राज्यों में इस बीमारी के 206 मामले सामने आ चुके हैं। इंडोनेशिया की हेल्थ मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन मोहम्मद सयारिल मंसूरी ने कहा- सरकार ने देश के सभी अस्पतालों, हेल्थ वर्कर्स और दवाई की दुकानों को फिलहाल सिरप न बेचने को कहा है। अब प्रिस्क्रिप्शन होने के बावजूद ये दवाएं नहीं खरीदी जा सकेंगी। इस साल जनवरी से जो मामले आने शुरू हुए, वे अगस्त के आखिर तक काफी बढ़ गए। इसके बाद हेल्थ मिनिस्ट्री और पीडियाट्रिशियन एसोसिएशन ने एक्सपर्ट टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की। फिलहाल बीमारी के 65% मरीजों का इलाज राजधानी जकार्ता में चल रहा है।
इंडोनेशिया की फूड एंड ड्रग एजेंसी का कहना है कि गाम्बिया में बिकने वाली कफ-सिरप देश में नहीं बेचे जाते। साथ ही इसमें मौजूद इंग्रीडिएंट्स भी इंडोनेशिया में बैन हैं। अब इंडोनेशिया में बिकने वाली किसी भी चाइल्ड मेडिसिनल सिरप में ये इंग्रीडिएंट्स नहीं मिलेंगे। तो वही करीब दो हफ्ते पहले गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भारत की एक फार्मास्युटिकल्स कंपनी के बनाए 4 कफ-सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया था। WHO ने कहा था कि ये प्रोडक्ट पूरी तरह स्टैंडर्ड्स को पूरा नहीं करते। इनके इस्तेमाल से बच्चों को खतरा हो सकता है। भारत में इस मामले की जांच जारी है।