जम्मू (जम्मू और कश्मीर), 24 सितंबर ( न्यूज हेल्पलाइन )
आजादी का अमृत महोत्सव' के एक भाग के रूप में, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक साइकिल रैली को जम्मू से नई दिल्ली में राजघाट तक के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जम्मू से शुरू हुई रैली के अलावा जोरहाट, साबरमती और कन्याकुमारी से सीआरपीएफ की तीन अन्य रैलियों को भी पिछले कुछ दिनों में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सभी चार साइकिल रैलियां, जो कई राज्यों से आगे बढ़ेंगी, और समापन 2 अक्टूबर को राज घाट पर होगा।
यह रैली एक दिन में 70-80 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, साथ ही रास्ते में स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा करेगी, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए महान बलिदानों को संजोएगी और लोगों को आजादी का अमृत महोत्सव के ऐतिहासिक समारोहों से अवगत कराएगी।आजादी का अमृत महोत्सव उत्सव स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाने और मनाने के लिए केंद्र की एक पहल है।
इस मौके पर बोलते हुए मनोज सिन्हा ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की मुश्किलों पर काबू पाकर यहां के लोगों ने विकास की एक नई सुबह देखी है। उन्होंने इस मौके पर सुरक्षा बलों की भी सराहना की।
सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) भानु प्रताप सिंह ने कहा, "लोगों को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से जोड़ने के लिए यह एक बड़ी पहल है। हम जलियांवाला बाग सहित विभिन्न स्मारकों को पार करेंगे। रैलियों का समापन 2 अक्टूबर को राज घाट पर होगा और एक महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।"
साइकिल रैली में शामिल सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट वरुण वैद ने दोहराया कि रैली का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को संजोना है।