मुंबई, 2 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ चल रहे जांच के बीच में जांच रिपोर्ट को लीक करने के मामले में केन्द्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने अपने ही अफसर को गिरफ्तार करने के बाद अब अनिल देशमुख के वकील को गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि सीबीआई अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रहा है।
सीबीआई ने बताया कि उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया है। इस मामले में अब तक सीबीआई के सब-इंस्पेक्टर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों को सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा।
ज्ञात हो कि विगत शनीवार को एकाएक खबर आई कि सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को क्लीन चिट दे दी है। वास्तव में यह खबर सीबीआई द्वारा आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई थी, बल्कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के वकील के मिलीभगत से सीबीआई के सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी पर रिश्वत लेकर शुरुआती जांच रिपोर्ट को लीक किया गया, ऐसा सीबीआई का कहना है। इसी आरोप में.अभिषेक तिवारी अब सीबीआई की गिरफ्त में है।
जांच रिपोर्ट लीक की जांच करने के बाद सीबीआई के अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने रिपोर्ट के लीक होने की जांच शुरू की जिसमें अब तक पता चला है कि देशमुख की टीम ने एजेंसी के एक उप निरीक्षक रैंक के अधिकारी को कथित तौर पर रिश्वत देकर उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच (पीई) को प्रभावित करने की कोशिश की थी। इस मामले में सीबीआई ने कल बुधवार को अनिल देशमुख के दामाद गौरव चतुर्वेदी और वकील आनंद डागा से अपनी जांच को लेकर पूछताछ की थी जिसके बाद मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।
इस घटना के बारे में पूछे जाने पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा हैं, ''हमने इस पर पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।''