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कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों में आयुष 64 कारगर

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Posted On:Thursday, April 29, 2021

 नई दिल्ली, 29 अप्रैल। देश में कोरोना के कहर के बीच इस बीमारी के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों पर आयुर्वेदिक दवा आयुष 64 कारगर साबित हुई है। गुरुवार को आयुष मंत्रालय ने आयुष 64 को कोरोना संक्रमण में कारगर औऱ सुरक्षित बताया। गुरुवार को आयोजित ई प्रेस वार्ता में केन्द्रीय आयुर्वेदिय विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एन श्रीकांत ने बताया कि आयुष 64 दवा पर पिछले साल जून में क्लिनिकल ट्रायल किया गया था। 140 लोगों पर किए गए ट्रायल में पाया गया कि जिन मरीजों को आयुष 64 दिया गया वे कोरोना से दो –तीन दिन पहले ही स्वस्थ हो गए। उनमें सभी पैरामीटर ठीक पाए गए। इसके साथ 600 मरीजों पर देश के एम्स जोधपुर, मेडिकल कॉलेज चंडीगढ़, किंग जॉर्जिया मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ, गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर, आईसीएमआर-एनआईएन, डीबीटी जैसे कई संस्थानों पर भी इसके असर पर शोध किया गया। 
 
इन सभी शोध के नतीजों का अध्ययन में यह दवा कारगर साबित हुई है। जिसके बाद परिषद ने इसकी अनुशंसा की है। डॉ. अरविंद चोपड़ा ने बताया कि आयुष 64 30 साल पहले मलेरिया व फ्लू के लिए बनाई गई थी। इस दवा को कोरोना के मरीजों के लिए मोडिफाई करके इस पर ट्रायल किया गया जिसमें यह कारगर पाई गई है। उन्होंने बताया कि इस दवा को 30 कंपनियां बना रही हैं और यह सभी दवा की दुकानों में उपलब्ध है। 
आयुष 64 के अध्ययन के लिए गठित कमेटी के चेयरमैन व सीएसआईआर के पूर्व अध्यक्ष डॉ. वी एम कटोच ने बताया कि यह दवा कोविड के मरीजों के इलाज व प्रबंधन में कामयाब है। इसे एलोपैथिक दवा के साथ दिन में दो बार दिया जा सकता है। इसके नतीजे अच्छे पाए गए हैं। 


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