ताजा खबर
ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||   

मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह का ज़मानती वॉरंट हुआ रद्द।

Photo Source :

Posted On:Monday, November 29, 2021

मुंबई, 29 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन)   महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे आयोग ने सोमवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के खिलाफ जमानती वारंट रद्द कर दिया।

परमबीर सिंह के आज न्यायमूर्ति केयू चांदीवाल के समक्ष पेश होने के बाद आयोग ने यह कदम उठाया साथ ही सदस्यीय पैनल ने पूर्व अधिकारी को पहले पेश नहीं होने पर एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री राहत कोष में 15,000 रुपये जमा करने को कहा है। 
 
इस आयोग का गठन इस साल मार्च में तत्कालीन गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए किया गया था। सिंह ने अपने वकीलों के माध्यम से आयोग के समक्ष एक हलफनामा दायर किया जिसमें कहा गया था कि न तो उनके पास पेश करने के लिए कोई सबूत है और न ही वह मामले में किसी गवाह से जिरह करना चाहते है।

पैनल ने इससे पहले सिंह पर कई मौकों पर पेश होने में विफल रहने के लिए जुर्माना लगाया था और उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था।

बता दें, परमबीर सिंह को एंटीलिया बम कांड के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से शहर में बार और रेस्तरां से एक महीने में ₹ 100 करोड़ इकट्ठा करने के लिए कहा था। जबरन वसूली के एक मामले में यहां की एक अदालत द्वारा फरार घोषित सिंह छह महीने बाद पिछले सप्ताह सार्वजनिक रूप से सामने आए और अपना बयान दर्ज कराने के लिए मुंबई अपराध शाखा के समक्ष पेश हुए थे।

सिंह के आग्रह पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से अस्थायी सुरक्षा प्रदान की है। सिंह शुक्रवार को एक स्थानीय बिल्डर की शिकायत पर अपने और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के मामले में ठाणे पुलिस के समक्ष पेश हुए। IPS अधिकारी सिंह महाराष्ट्र में कम से कम पांच जबरन वसूली के मामलों का सामना कर रहे है।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.