नई दिल्ली, 30 अगस्त (न्यूज हेल्पलाइन) आज जन्माष्टमी के अवसर पर पूरे देश में भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिवस बहुत धूम-धाम से मनाया जा रहा है। हालांकि कोविड के खतरे को देखते हुए देश के अलग-अलग भागों के मंदिरों और पंडालों में भक्तों की भीड़ कम या ज्यादा देखी जा रही है।
विदित हो कि दिल्ली में जन्माष्टमी पर मंदिरों में किसी भी श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही इस कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई करने की बात कही गई है। कोविड प्रोटोकाल को तोड़ कर भक्तों के मंदिरों में आने की संभावनाओं को देखते हुए दिल्ली के बिड़ला मंदिर और इस्कॉन मंदिर सहित दिल्ली के कई प्रमुख मंदिरों के बाहर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार कोविड के कारण कोई जोखिम नहीं लेना चाह रही है।
ऐसा नहीं है कि दिल्ली एकमात्र राज्य है जहां पर कोविड के कारण भक्तों के मंदिरों में आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। केरल सहित देश के कई राज्यों में आज जन्माष्टमी के अवसर पर भक्तों के मंदिरों में आने पर रोक लगाई गई है। यह प्रतिबंध इसी लिए लगाए गए हैं ताकि इस कोविड के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें। हालांकि देश के ज्यादातर हिस्सों में सीमित संख्या के साथ भक्तों के मंदिरों और पंडालों में आने पर छूट दी गई है।
भगवान कृष्ण के जन्मस्थल मथुरा में पहले से ही जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों से हो रही है। जन्माष्टमी के अवसर पर आज सुबह भक्तों ने मथुरा के कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में पूजा-अर्चना और आरती की। ज्ञात हो कि मथुरा के कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण को सुशोभित करने के लिए रेशम का उपयोग करके एक विशेष 'श्री हरि चंद्रिका पोशाक' बुना गया है।
बता दें कि जन्माष्टमी के अवसर पर यूपी सरकार आज 30 अगस्त की के रात 10 बजे से लेकर कल 31 अगस्त के सुबह 6 बजे तक पुलिस लाइन, जेलों और अन्य पारंपरिक स्थानों पर रात के कर्फ्यू में ढील दी भी है, ताकि सभी लोग खुल कर पूजा-अर्चना कर सकें।