मुंबई, 17 जुलाई 2021 एनसीपी (राष्ट्रवादी कॉंग्रेस पार्टी) नेता शरद पवार इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं। शरद पवार द्वारा केन्द्रियों मंत्रियों और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेताओं के साथ लगातार कई मीटिंग हो रही है। इन बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई एक मीटिंग भी शामिल है। भाजपा नेताओं के साथ इन बैठकों से यह अटकलें लगाई जाने लगी कि शायद भाजपा और एनसीपी के बीच भविष्य में गठबंधन हो सकता है। मीडिया में बार-बार उड़ रहे इन अफ़वाहों के बीच एनसीपी के नेता नवाब मालिक ने ऐसी किसी भी संभावना को खारिज किया है।
एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने अपने वक्तव्य में कहा कि बीजेपी और एनसीपी एक नदी के दो छोर हैं, जब तक नदी में पानी है तब तक दोनों साथ नहीं आ सकते। हम वैचारिक और राजनीतिक रूप से पूरी तरह से अलग हैं। उन्होंने आगे कहा कि कई लोग गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं की पृष्ठभूमि में (पीएम और रक्षा मंत्री के साथ उनकी बैठकों की) पृष्ठभूमि में शरद पवार से मुलाकात हुई। यह गलत है कि दिल्ली में पवार साहब और महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं की बैठक हुई है।
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी कोटे से मंत्री नवाब मालिक ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने भी वहां मौजूद थे। सरकार ने उन्हें सीमा पर स्थिति के बारे में सूचित किया और ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए पूर्व रक्षा मंत्रियों के रूप में उनके अनुभव के बारे में महत्वपूर्ण चर्चा हुई। एनसीपी प्रमुख शरद पवार पिछले 2 दिनों से दिल्ली में हैं और राज्यसभा में सदन के नेता के रूप में नियुक्त होने के बाद दिल्ली में हैं। सभा, पीयूष गोयल ने खुद उन्हें शिष्टाचार भेंट दी। कल शरद पवार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी।
ज्ञात हो कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में अपनी दावेदारी पेश करना चाहते हैं, इसलिए भी वे सभी राजनीतिक दलों से समर्थन प्राप्त करने के लिए सभी पार्टी के नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं।