भुज (गुजरात), 11 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत और पाकिस्तान का बॉर्डर इलाका धरती से लेकर समुंद्र तक फैला हुआ है। मगर इन्हीं सीमाओं में से एक क्षेत्र है, जहां पर भारत-पाकिस्तान की सीमाएं धरती और समुंद्र दोनों को मिलाकर संयुक्त रूप से है, और वह इलाका है गुजरात का भुज। भुज क्षेत्र में ही अवस्थित हरामी नाला पाकिस्तानी घुसपैठियों के निशाने पर हमेशा रहा है, चाहे वह युद्ध काल हो या शांति काल। पाकिस्तानी घुसपैठिए हमेशा से इस बड़े भूभाग में फैले क्षेत्र से भारत में प्रवेश करने के प्रयास में रहते हैं।
ऐसी ही एक जुर्रत कल पाकिस्तानी मछुआरों के रूप में घुसपैठियों ने की है। ज्ञात हो कि कल शाम को सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक निगरानी ड्रोन हरामी नाला का रेगुलर निरीक्षण कर रहा था, तभी पाकिस्तानी मछुआरों के 8 नावें से संदिग्ध रूप से हरामी नाला के आस पास अवैध घुसपैठ करती हुई दिखाई दी।
BSF ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी त्वरित कार्रवाई टीम 'क्रीक क्रोकोडाइल कमांडो' भेजी। हालांकि BSF की टीम पहुंचने से पहले सभी पाकिस्तानी मछुआरे घुसपैठिए नाव से कूद कर छुप गए हैं। BSF के खोज में कल से लेकर अब तक 11 पाकिस्तानी नौकाएं पकड़ाई हैं, मगर अभी तक एक भी घुसपैठिया BSF के पकड़ में नहीं आया है। हालांकि BSF के अधिकारियों ने कहा है कि यह पूरा इलाका BSF के कंट्रोल क्षेत्र में है। इसलिए एक भी घुसपैठिया बच कर नहीं जा पाएगा। सर्च अभियान अभी भी जारी है।