सुल्तानपुर, 25 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) केंद्रीय गृह मंत्री अनित शाह के द्वारा बहुजन समाज पार्टी (BSP) के द्वारा यूपी चुनावों (up election) में सीटें हासिल करने के बयान के बाद चौतरफा BSP-BJP के अनौपचारिक गठबंधन की बार और चर्चा होने के बाद मायावती के इनकार वाले बयान के बाद अब भाजपा नेता और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी BSP पर आज हमला बोल दिया, और कहा कि बसपा के हाथी का पेट इतना बड़ा है कि पूरे राज्य का राशन खा गया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सुल्तानपुर में आयोजित एक सभा में अपने भाषण में कहा कि यूपी चुनावों (up election) के के अंतिम 4 चरणों के परिणाम 10 मार्च को आएंगे, लेकिन सभी विपक्षी नेताओं ने 11 मार्च को यूपी से बाहर जाने के लिए टिकट बुक कर लिया है। मायावती की पार्टी BSP पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि बसपा हाथी का पेट इतना बड़ा है कि पूरे राज्य का राशन खा गया।
ज्ञात हो कि सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का यह बयान कल बसपा सुप्रीमों मायावती के कल के उस इंटरव्यू के बाद आया है, जिसमें उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा के साथ चुनाव बाद गठबंधन की संभावना पर अटकलों को खारिज करने की मांग करते हुए कहा कि उनकी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) किसी भी पार्टी की बी टीम नहीं थी और प्रतिद्वंद्वी उनके समर्थकों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया टिप्पणी से अटकलें तेज हो गईं कि मायावती की बसपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (up election) में "प्रासंगिक" बनी हुई है और उन्हें दलित वोट मिलेंगे।
कल के इंटरव्यू में मायावती ने यह कहते हुए जवाब दिया था कि यह श्री शाह की "उदारता" थी कि उन्होंने इसे स्वीकार किया लेकिन साथ ही कहा कि बसपा को अन्य समुदायों के वोट भी मिलेंगे। मायावती ने यह भी जोड़ा था कि जब से केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिमी यूपी में मतदान के बाद दलितों और मुसलमानों के बीच बसपा की स्थिति पर बयान दिया है, प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों और मीडिया ने यह कहना शुरू कर दिया है कि यह भाजपा की 'बी' टीम है, जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। बसपा प्रमुख ने कहा कि सच्चाई यह है कि बसपा एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है न कि "किसी भी पार्टी की ए या बी टीम"।
मायावती ने साथ ही कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के साथ भाजपा को भी "जातिवादी मानसिकता" रखने वाली पार्टी कहा था।
कल के मायावती के बयानों और आज के योगी आदित्यनाथ (
Yogi Adityanath) के बयानों के बाद ऐसा लगता है कि जैसे यूपी के अंतिम चरणों के चुनावों (
up election) में दोनो पार्टियां (BSP और भाजपा) इंडिविजुअल रूप से लड़ना चाहती हैं, और अपने समर्थकों को यह संदेश नहीं देना चाहती हैं कि वे अनाधिकारिक रूप से गठबंधन में है। हालांकि दोनों पार्टियों के द्वारा किये गए टिकट बंटवारे कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। जो भी हो, स्थिति 10 मार्च और उसके बाद ही ज्ञात होगी कि यह झूठ है या वह था।