नई दिल्ली, 30 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) भगोड़े शराब व्यवसायी विजय माल्या के मामले की सुनवाई करते हुए आज सुप्रीम कोर्ट ने बहुत ही सख्त रुख अपनाया। सुप्रीम कोर्ट ने भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या को उस मामले में सजा की मात्रा पर सुनवाई के लिए 18 जनवरी, 2022 की तारीख को तय किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज इस मामले के दौरान बहुत ही सख्त रुख अपनाया। ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कोर्ट में माल्या की मौजूदगी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। इस बारे में जब केंद्र सरकार के वकील ने एसजी मेहता की ओर से स्थगन का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह एक अन्य अदालत में हैं। अगर इस मामले को कल उठाया जा सकता है।
इसपर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि हम इसे दोपहर 2 बजे तक ले सकते हैं। वह भारत में विजय माल्या के प्रत्यर्पण का अब और इंतजार नहीं कर सकता। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वह भारत में विजय माल्या के प्रत्यर्पण का अब और इंतजार नहीं कर सकता।
आगे जब सुनवाई शुरू हुई तो केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि यूनाइटेड किंगडम से भारत में माल्या के प्रत्यर्पण को अंतिम रूप दे दिया गया है, लेकिन कुछ "गोपनीय कार्यवाही" यूके में लंबित हैं। केंद्र का कहना है कि माल्या ब्रिटेन में अपील के अपने सभी रास्ते पहले ही समाप्त कर चुका है।
सुप्रीम कोर्ट एक ऐसे मामले की सुनवाई कर रहा है जिसमें उसने कारोबारी विजय माल्या को संपत्ति के पूरे ब्योरे का खुलासा नहीं करने के अदालत के आदेशों की अवहेलना करने का दोषी पाया था। ज्ञात हो कि विजय माल्या को 2017 में अदालत की अवमानना का दोषी ठहराया गया था।