मुंबई, 24 अप्रैल । महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार स्थित अस्पताल में शुक्रवार को हुए हादसे को लेकर पुलिस ने लापरवाही बतरने वाले अस्पताल के व्यवस्थापक, मुख्य डॉक्टर और कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
शुक्रवार तड़के विजय वल्लभ अस्पताल में शॉर्ट सर्किट के बाद एसी में हुए ब्लास्ट से अस्पताल के दूसरी मंजिल के आईसीयू वॉर्ड में आग लगने से 14 मरीजों की जलकर मौत हो गई। वहीं तीन मरीज बुरी तरह झुलस गए हैं। उनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। जहां तीनों जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। मीरा भाईंदर-वसई विरार आयुक्तालय के कमिश्नर सदानन्द दाते के आदेश पर अर्नाला पुलिस ने शुक्रवार रात अस्पताल के व्यवस्थापक, डॉक्टर व कर्मचारियों पर आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच जोन-3 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रमोद बडाख कर रहे हैं।
इधर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को घटना स्थल का जायजा लिया। आठवले ने कहा कि यह बड़ी दर्दनाक घटना है। अस्पताल का कहना है कि शॉर्ट सर्किट से हादसा हुआ है। पर, राज्य सरकार को इसकी गहराई से जांच करनी चाहिए। महाराष्ट्र में इस तरह पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। राज्य सरकार गंभीरता से ऐसे मामलों की जांच नहीं करती है। इसलिए हादसे हो रहे हैं। आठवले ने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए।