मुंबई, 3 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने के लिए दिल्ली के दौरे पर जा रहे हैं। वे 5 से 7 सितबंर तक विपक्ष के नेताओं से मिलेंगे। जिसमे नीतीश कुमार सोनिया गांधी, राहुल गांधी और ओम प्रकाश चौटाला से मिलेंगे। कुमार ने राज्य कार्यकारिणी की बैठक ली, जो 3 घंटे चली। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी बैठक में मौजूद थे। तो वही बैठक से पहले मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमारे विधायकों को उस वक्त भी तोड़ लिया था, जब हम उनके साथ थे। अब तो हम खिलाफ हैं, तब तोड़ दिया तो क्या बड़ी बात है। चौधरी ने कहा कि मणिपुर में हमारे विधायक टूटे हैं। लेकिन वहां हमारा वोट बैंक नहीं टूटा। जनता सब देख रही है। मणिपुर में जो नीतीश कुमार को चाहने वाले लोग हैं उन्हें तोड़ा नहीं जा सकता है। हमलोग अपने तरीके से 2024 के लिए तैयारी करेंगे, वो लोग अपने तरीके से करेंगे।
राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद नीतीश ने कहा कि सभी विरोधी दल अगर एकजुट हो जाएंगे तो 2024 का परिणाम कुछ और होगा। वहीं मणिपुर में जेडीयू की टूट पर कहा कि एक नए ढंग का काम किया जा रहा है। कुछ दिन पहले सभी विधायक बिहार आए थे, पता चला था कि सभी को बीजेपी में शामिल करा रहे हैं। क्या यह संवैधानिक काम है, आप बताइए।
आपको बता दे इस बैठक से पहले CM नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को कार्यालय का निरीक्षण किया था। ललन सिंह ने कहा कि जदयू कार्यालय में बड़ी बैठक चलेगी। विभिन्न राज्यों से आए जदयू के नेता बैठक में उनके रहने खाने और बैठक की क्या कुछ तैयारी हुई है इन सभी के बारे में मुख्यमंत्री ने जानकारी ली। तो वही बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद जनता दल यूनाइटेड अपने संगठन पर फोकस कर रही है। इसी को लेकर पटना में प्रदेश व राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक आयोजित की गई है। इसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्य और राष्ट्रीय परिषद के सभी सदस्य शामिल हुए हैं।