भोपाल, 17 अप्रैल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस नए रिकॉर्ड बनाता नजर आ रहा है। यहां बीते 24 घंटों में 11,269 नए मरीज मिले हैं। पहली बार प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही 66 लोगों की मौत भी हुई है।
मध्यप्रदेश में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी संक्रमण दर 21% से अधिक रही है। यानी कोरोना की जांच में हर चौथे व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। कोरोना से मरने वालों की संख्या चारों महानगरों में ज्यादा होने के साथ अब छोटे शहरों में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर और जबलपुर में 7-7 व ग्वालियर में 5 मौतें दर्ज की गईं। जबकि झाबुआ और विदिशा में 4-4 और बैतूल, उज्जैन, राजगढ़ और रतलाम में 3-3 मौतें हुई। इस तरह मध्यप्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4491 हो गई है।
प्रदेश में एक्टिव केस की रफ़तार भी तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में कुल एक्टिव केस 63 हजार 889 हो गए हैं। ऐसे में सरकार के सामने मरीजों के इलाज का इंतजाम करना सबसे बड़ी चुनौती है। यह संख्या अप्रैल माह के अंत तक 1 लाख तक पहुंचने की संभावना है। सरकार का दावा किया है कि सभी शहरों में 1 लाख बेड का इंतजाम किया जा रहा है। लेकिन सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में 40,276 बेड ही उपलब्ध हैं।
कोरोना के मामले में देश के टॉप-10 शहरों में मध्यप्रदेश के दो शहर भोपाल और इंदौर भी शामिल हो गए हैं। हालांकि इस सूची मे भी भोपाल, इंदौर से ऊपर है। पिछले 30 दिनों में प्रति 10 लाख आबादी पर भोपाल में 7,359 केस मिले हैं। जबकि इंदौर में यह आंकड़ा 7,027 है। इस लिहाज से नासिक, नागपुर, पुणे, मुंबई, बेंगलुरु के बाद छटवें व सातवें नंबर पर भोपाल और इंदौर हैं।