ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||   

भारत में कोरोना की पहली नेजल वैक्सीन को मिली मंजूरी, बूस्टर डोज की तरह काम आएगी

Photo Source :

Posted On:Tuesday, September 6, 2022

मुंबई, 06 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत को कोरोना के खिलाफ पहली इंट्रानेजल वैक्सीन मिल गई है। इसे हैदराबाद की फार्मा कंपनी भारत बायोटेक ने बनाया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इसे इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी भी दे दी। वैक्सीन की खुराक 18 साल से ज्यादा के लोगों को दी जाएगी। इसके आखिरी फेज का ट्रायल पिछले महीने ही पूरा हुआ है। इस इंट्रानेजल वैक्सीन का नाम BBV154 है। इसे नाक के जरिए शरीर में पहुंचाया जाता है। इसकी खास बात यह है कि शरीर में जाते ही यह कोरोना के इन्फेक्शन और ट्रांसमिशन दोनों को ब्लॉक करती है। इंट्रानेजल वैक्सीन को प्राइमरी वैक्सीन के तौर पर दिया जाएगा। हालांकि, इसे कोवैक्सिन और कोविशील्ड जैसी वैक्सीन्स लेने वालों को बूस्टर डोज के तौर पर भी दिया जा सकता है।

आपको बता दे स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के अनुसार, वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत से अब तक 213.72 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं। वहीं, 17 करोड़ से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज दी जा चुकी है। 12 से 14 साल की उम्र के 4.04 करोड़ बच्चों को भी वैक्सीन दी जा चुकी है। तो वही सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एलिजिबल लोगों में से केवल 12% लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है। फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स और 60 साल या उससे ज्यादा के 16.8 करोड़ लोग प्रिकॉशनरी डोज के लिए एलिजिबल हैं। इनमें से सिर्फ 35% को ही वैक्सीन की यह डोज लगी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर नेजल वैक्सीन को बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा की वैक्सीन कोरोना महामारी से लड़ाई की ओर एक बड़ा कदम है। भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साइंस, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और ह्यूमन रिसोर्स को बढ़ावा दिया है। साइंस पर आधारित अप्रोच और सबके प्रयास से हम कोरोना को जरूर हराएंगे। तो वही भारत बायोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन डॉ. ​​​​​कृष्णा एल्ला ने रिपब्लिक टीवी को बताया कि पोलियो की तरह इस वैक्सीन की भी 4 ड्रॉप्स काफी हैं। दोनों नॉस्ट्रिल्स में दो-दो ड्रॉप्स डाली जाती हैं।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.