नई दिल्ली, 15 जून 2021
देश में मुफ़्त वैक्सिनेशन की घोषणा के बाद से ही वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों में व्यापारिक तौर पर हलचल मची हुई है। ऐसा ही देखने मिला जब कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने मंगलवार को कहा कि 150 रुपये प्रति खुराक की दर से केंद्र सरकार को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की आपूर्ति करने का खर्च वह लंबे समय तक नहीं उठा सकती है।
कंपनी ने कहा कि केंद्र सरकार के कम शुल्क की वजह से निजी क्षेत्र में कीमत के ढांचे में बदलाव हो रहा है।
भारत में निजी क्षेत्र के लिए उपलब्ध अन्य कोविड रोधी वैक्सीनों की तुलना में कोवाक्सिन के लिए अधिक दर को उचित बताते हुए भारत बायोटेक ने कहा कि कम मात्रा में खरीद, वितरण में आने वाली अधिक लागत और खुदरा मुनाफे आदि इसके कई सारे बुनियादी कारोबारी कारण हैं।
कंपनी ने कहा कि भारत सरकार कोवाक्सिन टीके 150 रुपये प्रति खुराक की आपूर्ति कीमत गैर-प्रतिस्पर्धी कीमत है और यह स्पष्ट रूप से लंबे समय तक वहनीय नहीं है।
भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि लागत निकालने के लिए निजी बाजार में अधिक कीमत रखना जरूरी है। उसने बताया कि भारत बायोटेक टीके के विकास, क्लिनिकल ट्रायल तथा कोवैक्सीन के लिए निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए अब तक 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर चुकी है।
ऐसे में कंपनी को नुक़सान होने की सम्भावना है क्यूँकि दूसरे कंपनियों की वैक्सीन की क़ीमत ज़्यादा है और भारत बायोटेक
की वैक्सीन को सरकार कम क़ीमत में ख़रीद रही है और ऐसे में निज़ी अस्पताल, कंपनी के अलावा अवैध तरीक़े से सरकारी अस्पतालों से वैक्सीन ख़रीद लेने से वैक्सीन कंपनी को घाटा लग सकता है।