नई दिल्ली, 20 अप्रैल । दिल्ली में कोरोना के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इसके चलते अब आम जनता में भी महामारी का डर देखने को मिल रहा है और वह स्वतः कोविड दिशानिर्देशों और सरकारी आदेशों का पालन कर रही है। इसी के चलते दिल्ली की जनता सरकार की ओर एक सप्ताह के कर्फ्यू की अपील को मान रही है, जिससे मंगलवार सड़कों में लोगों की आवाजाही बेहद कम रही है।
दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना महामारी से 240 लोगों की मौतें हुई हैं। पूरे देश की बात की जाए तो कुल 2.61 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 1761 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में पिछले दिन कोविड मरीजों में कुछ कमी आई है लेकिन फिर भी यह स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए काफी नहीं है। दिल्ली में वर्तमान में महज 3,205 बेड ही कोविड मरीजों के लिए खाली हैं और आईसीयू बेड केवल 44 ही बचे हैं। अस्पतालों में लगातार एंबुलेंस गंभीर मरीजों को लेकर पहुंच रही है। बड़े अस्पतालों एलएनजेपी सफदरजंग और एम्स में कोविड-19 के लिए बेड ना के बराबर उपलब्ध है।
हालांकि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों से अतिरिक्त कोविड केयर सेंटर के माध्यम से इस कमी को दूर किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। कोविड-19 के चलते दिल्ली में लगे कर्फ्यू से सीधे तौर पर सड़कों पर असर दिखाई दे रहा है। दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने और कर्फ्यू परमिट की वैधता जांच करने के लिए सड़कों पर मौजूद है। ऐसा ही कुछ नजारा कनॉट प्लेस और बाराखंबा रोड पर दिखाई दिया जहां पैरामिलिट्री और पुलिस जांच करती दिखाई दी। इस दौरान बसें खाली नजर आई।