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साईं संस्थान का जमा हुआ विदेशी मुद्रा खाता, देश के 6,000 संगठनों के तिरुपति बालाजी देवस्थान ने भी रोका सहायता का प्रवाह

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Posted On:Monday, January 31, 2022

न्यूज हेल्पलाइन 31 जनवरी शिरडी,       विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के तहत समय पर नवीनीकरण नहीं होने के कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा साईं संस्थान का विदेशी मुद्रा खाता 1 जनवरी से फ्रीज कर दिया गया है। इसके चलते संस्थान के करोड़ों रुपये फंस गए हैं।

देश भर में लगभग 6,000 एनजीओ और महाराष्ट्र में 1,263 एनजीओ ने एफसीआरए अधिनियम के अनुसार 31 दिसंबर, 2021 तक साई संस्थान और तिरुपति देवस्थान सहित केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ अपने खातों का नवीनीकरण नहीं किया था। सामाजिक-धार्मिक, शैक्षिक, चिकित्सा के क्षेत्र में कार्यरत अनेक संस्थाओं को विदेशों से आर्थिक सहायता मिलती है। खातों को फ्रीज करने से मदद का प्रवाह ठप हो गया है।

तदर्थ समिति साईं संस्थान के अस्थायी प्रबंधन की प्रभारी थी। नवीनीकरण के लिए पदाधिकारियों का केवाईसी नहीं होने से ठप हो गया नवीनीकरण बताया जाता है। नए प्रबंधन के आने के बाद सभी ट्रस्टियों का केवाईसी किया गया और 25 दिसंबर को संस्थान ने नवीनीकरण के लिए आवेदन दिया। हालांकि, संस्थान का खाता भी फ्रीज कर दिया गया था क्योंकि आईबी से सत्यापन लंबित था। खाता जल्द ही चालू हो जाएगा, विश्वसनीय सूत्रों ने कहा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेशी मुद्रा कानून में बदलाव किया है। तदनुसार, जुलाई से, विदेशी मुद्रा के साथ दाता की पहचान का प्रमाण जमा करना होगा। विदेशी मुद्रा दान करने वाले दानदाताओं से लेकर संगठन के दान कक्ष तक उसके पासपोर्ट की फोटोकॉपी ली जा रही है। कई इसे देने से कतरा रहे हैं। इसके अलावा, कई विदेशी मुद्रा चेक डाक द्वारा आते हैं। उन्हें डाक पहचान पत्र के प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए भी कहा जा रहा है। पता चला है कि कई दानदाताओं ने भी इस तरह के साक्ष्य जमा करने से इनकार कर दिया है। खास बात यह है कि डोनेशन बॉक्स में बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा निकल जाती है। चूंकि इस चालान के दाता का निर्धारण करना मुश्किल है, इसलिए सवाल यह है कि इस चालान का क्या किया जाए। साईं संस्थान महीने में दो बार केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिख चुका है


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