20 मई | बेंगलुरू | कोविड-19 के वायरस का पता लगाने के लिए बेंगलुरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान में सोसायटी फॉर इनावेशन एण्ड डवलपमेंट के लिए एक स्टार्ट अप पैथशोध ने अपनी तरह का पहला सेमी क्वांटिटेटिव इलेक्ट्रोकेमिकल-एलिसा विकसित किया है। स्टार्ट अप पैथशोध ने इस परीक्षण उपकरण के निर्माण के लिए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन से लाइसेंस प्राप्त किया था और स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान फरीदबाद ने भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इसे मान्यता दी थी।
भारत का वैज्ञानिक अनुसंधान और उच्च शिक्षा के लिये अग्रगण्य शिक्षा संस्थान है। यह बंगलुरु में स्थित है। इस संस्थान की गणना भारत के इस तरह के उष्कृष्टतम संस्थानों में होती है। संस्थान ने प्रगत संगणन, अंतरिक्ष, तथा नाभिकीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया है। 2016 तक यह संस्थान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 250 संस्थानों में से एक था